पटना: अन्य राज्यों की तुलना में बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या (Number of women policemen in Bihar) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बिहार में थारू जनजाति अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए पहली बार बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल का बटालियन (Bihar Special Armed Police) बना है. इसका बटालियन का मुख्यालय बगहा में बनने जा रहा है. दरअसल बगहा, बेतिया और पूर्वी चंपारण इलाके में थारू जनजाति के लोग पाए जाते हैं. इस वजह से इसका नाम स्वाभिमान बटालियन (Mahila Swabhiman Battalion) रखा गया है.
इसका मुख्यालय भी वाल्मीकिनगर (Mahila Swabhiman Battalion Headquarter in Valmikinagar) में बनेगा. स्वाभिमान बटालियन के मुख्यालय के लिए आधारभूत संरचना और फर्नीचर आदि पर करीब 72.82लाख रुपए खर्च होंगे. राज्य सरकार ने इसके लिए राशि की मंजूरी दे दी है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार की मानें तो देश में बिहार पहला ऐसा राज्य होगा जो अनुसूचित या यूं कहें कि थारू जनजाति के लिए अलग बटालियन का गठन किया है.
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पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक स्वाभिमान बटालियन का डीपीआर तैयार कर लिया गया है. जल्दी इसका निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है. स्वाभिमान बटालियन के मुख्यालय में महिला सिपाही के रहने से लेकर मनोरंजन तक सभी तरह की व्यवस्थाएं रहेंगी. इसके लिए बड़े पैमाने पर आधारभूत संरचना का निर्माण होगा. अनुसूचित जनजाति की महिलाओं से ही स्वाभिमान महिला बटालियन बना है. यह बटालियन बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के अंतर्गत काम करेगा.
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पुलिस डिपार्टमेंट में महिलाओं की बढ़ रही संख्या को देखते हुए उनके लिए 300-300 की क्षमता के दो बैरक होंगे. महिला सिपाहियों के लिए आवास, अतिथि गृह, इंडोर क्लासेज रूम, मनोरंजन के लिए हॉल और पुलिस अफसरों के लिए क्लब का निर्माण वाल्मिकीनगर में किया जाएगा. यही नहीं, मुख्यालय परिसर में 20 बेडों की क्षमता का अस्पताल भी होगा. महिला सिपाहियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए प्राथमिकी स्कूल के भवन का निर्माण भी वहां पर किया जाएगा.
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