ETV Bharat / city

बिहार में बच्चों के कोरोना वैक्सीनेशन की गति धीमी, तेजी लाने के लिए अब आंगनबाड़ी नेटवर्क का लिया जा रहा सहारा

कोरोना महामारी से निपटने के लिए बिहार में कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination in Bihar) का काम चल रहा है. 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों को भी वैक्सीन दी जा रही है. हालांकि टीकाकरण की रफ्तार थोड़ी सुस्त है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

Slow Corona Vaccine
Slow Corona Vaccine
author img

By

Published : Jan 26, 2022, 8:41 PM IST

पटना : कोरोना की तीसरी लहर में यह साफ हो चुका है कि वैक्सीन लेने वालों पर इसका प्रभाव कम पड़ा है. वैसे अगर बिहार की बात करें तो यहां 11 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. अभी भी शत प्रतिशत वैक्सीनेशन कंप्लीट नहीं हुआ है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 99 फीसदी 18 प्लस वाले लोगों को फर्स्ट डोज से वैक्सीनेट किया गया है. एक परसेंट बचे हुए वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. सरकार का दावा है कि जल्द ही शत-प्रतिशत पहले डोज का रिकॉर्ड पूरा कर लिया जाएगा.


ये भी पढ़ें- डबल डोज वाले कोरोना मरीज जल्द हो रहे हैं ठीक, विशेषज्ञ बोले- वैक्सीनेशन के असर से संक्रमण नहीं हुआ गंभीर

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में बच्चों के वैक्सीनेशन की गति धीमी (Slow Corona Vaccine For Children In Bihar) है. 31 जनवरी तक जहां 15 से 18 वर्ष के बच्चों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन होना था. 26 जनवरी तक यह आंकड़ा 50 प्रतिशत भी नहीं हो पाया है. ऐसे में बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने के लिए सरकार अब आंगनबाड़ी सेविकाओं का सहयोग लेने जा रही है. विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों के डीएम और सिविल सर्जन को आदेश जारी कर वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज करने के निर्देश दिए हैं. आदेश दिया गया है कि बुजुर्गों और 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए जिला पदाधिकारी अपने जिले में डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान चलाएं. .


ये भी पढ़ें- बिहार में अबतक 15 से 18 वर्ष के 41.77% बच्चों का हुआ टीकाकरण, जानिए किन कारणों से सुस्त पड़ी रफ्तार

डोर टू डोर वैक्सीनेशन के लिए समेकित बाल विकास योजना अंतर्गत कार्यरत आंगनबाड़ी सेविकाओं से सहयोग लेने का विभाग ने निर्देश दिया है. एक एएनएम और दो आंगनबाड़ी की टीम होगी जो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध कर विभाग के निर्देश पर अब वैक्सीनेशन की कार्रवाई पूरी की जाएगी. बताते चलें कि बिहार में 15 से 18 वर्ष के 37,47,109 बच्चों को फर्स्ट डोज का वैक्सीनेशन हुआ है. जबकि प्रदेश में इस आयु वर्ग के बच्चों की संख्या 83.46 लाख है. प्रिकॉशनरी डोज प्रदेश में अब तक 4,11,381 को लगा है. प्रिकॉशनरी डोज का वैक्सीनेशन और बच्चों का वैक्सीनेशन पर डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान में विशेष बल होगा. बताते चलें कि प्रदेश में अब तक 11,07,43,120 वैक्सीनेशन हुआ है जिस में पहले डोज का वैक्सीनेशन 6,38,42,000 हुआ है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना : कोरोना की तीसरी लहर में यह साफ हो चुका है कि वैक्सीन लेने वालों पर इसका प्रभाव कम पड़ा है. वैसे अगर बिहार की बात करें तो यहां 11 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. अभी भी शत प्रतिशत वैक्सीनेशन कंप्लीट नहीं हुआ है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 99 फीसदी 18 प्लस वाले लोगों को फर्स्ट डोज से वैक्सीनेट किया गया है. एक परसेंट बचे हुए वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. सरकार का दावा है कि जल्द ही शत-प्रतिशत पहले डोज का रिकॉर्ड पूरा कर लिया जाएगा.


ये भी पढ़ें- डबल डोज वाले कोरोना मरीज जल्द हो रहे हैं ठीक, विशेषज्ञ बोले- वैक्सीनेशन के असर से संक्रमण नहीं हुआ गंभीर

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में बच्चों के वैक्सीनेशन की गति धीमी (Slow Corona Vaccine For Children In Bihar) है. 31 जनवरी तक जहां 15 से 18 वर्ष के बच्चों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन होना था. 26 जनवरी तक यह आंकड़ा 50 प्रतिशत भी नहीं हो पाया है. ऐसे में बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने के लिए सरकार अब आंगनबाड़ी सेविकाओं का सहयोग लेने जा रही है. विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों के डीएम और सिविल सर्जन को आदेश जारी कर वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज करने के निर्देश दिए हैं. आदेश दिया गया है कि बुजुर्गों और 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए जिला पदाधिकारी अपने जिले में डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान चलाएं. .


ये भी पढ़ें- बिहार में अबतक 15 से 18 वर्ष के 41.77% बच्चों का हुआ टीकाकरण, जानिए किन कारणों से सुस्त पड़ी रफ्तार

डोर टू डोर वैक्सीनेशन के लिए समेकित बाल विकास योजना अंतर्गत कार्यरत आंगनबाड़ी सेविकाओं से सहयोग लेने का विभाग ने निर्देश दिया है. एक एएनएम और दो आंगनबाड़ी की टीम होगी जो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध कर विभाग के निर्देश पर अब वैक्सीनेशन की कार्रवाई पूरी की जाएगी. बताते चलें कि बिहार में 15 से 18 वर्ष के 37,47,109 बच्चों को फर्स्ट डोज का वैक्सीनेशन हुआ है. जबकि प्रदेश में इस आयु वर्ग के बच्चों की संख्या 83.46 लाख है. प्रिकॉशनरी डोज प्रदेश में अब तक 4,11,381 को लगा है. प्रिकॉशनरी डोज का वैक्सीनेशन और बच्चों का वैक्सीनेशन पर डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान में विशेष बल होगा. बताते चलें कि प्रदेश में अब तक 11,07,43,120 वैक्सीनेशन हुआ है जिस में पहले डोज का वैक्सीनेशन 6,38,42,000 हुआ है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.