पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और महागठबंधन खेमे में हलचल बढ़ रही है. एनडीए में ये तय हो गया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही तीनों दल चुनावी मैदान में जाएंगे. सीटों को लेकर भी सब कुछ तय होने का दावा किया जा रहा है. हालांकि आरजेडी नेता श्याम रजक ने इन दावों का खंडन किया.
श्याम रजक का पलटवार
जेडीयू और बीजेपी नेताओं की ओर से भले ही लगातार सभी को सम्मानजनक सीट मिलने की बात कही जा रही है, लेकिन जेडीयू से हाल ही में आरजेडी से जुड़े श्याम रजक का कहना है कि एनडीए में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर एक राय नहीं है. बीजेपी के नेता कुछ बोलते हैं तो चिराग पासवान कुछ और बोल रहे हैं.
'अब बिहार में पार्टी और नेता महत्वपूर्ण नहीं'
वहीं महागठबंधन में जारी खींचतान पर श्याम रजक ने कहा कि आरजेडी ने अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी के रूप में दे दिया है. अब दूसरे दल क्या बोलते हैं, वे जानें. उन्होंने कहा कि अब बिहार में जनता ही आगे आ गई है, इसलिए पार्टी और नेता महत्वपूर्ण नहीं रह गए हैं.
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लोजपा के बहाने श्याम रजक का एनडीए पर निशाना
श्याम रजक नीतीश कुमार पर हमलावर हैं. जेडीयू के इस दावे पर कि एनडीए में कोई विवाद नहीं है उन्होंने पलटवार किया. श्याम रजक ने कहा कि बयानों से तो ऐसा नहीं लगता. बीजेपी के नेता कुछ बोल रहे हैं और चिराग पासवान लगातार कुछ और बोल रहे हैं, लेकिन मीडिया तय करना चाहता है तो मुझे कुछ नहीं कहना है.
एनडीए पर निशाना
वहीं महागठबंधन में तालमेल और सीटों बंटवारे के फैसले पर कुछ भी बोलने से बचते हुए आरजेडी नेता ने एनडीए पर निशाना साधा. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि एनडीए में तालमेल है क्या? तीनों घटक दल नीतीश कुमार को नेता मानने के लिए तैयार हैं क्या? जेडीयू की ओर से बीजेपी के सीटों पर दावेदारी भी हो रही है. इसको लेकर भी अंदरखाने में नाराजगी है.
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महागठबंधन खेमे में तालमेल और सीटों पर असमंजस
बता दें कि महागठबंधन खेमे में जीतन राम मांझी के बाहर निकलने के बाद भी तालमेल और सीटों को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है. वहां असमंजस बरकरार है. आरजेडी नेताओं की ओर से 160 सीट तो और कांग्रेस नेताओं की ओर से भी 2015 विधानसभा चुनाव से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी की जा रही है. ऐसे में रालोसपा, वीआईपी जैसे छोटे दलों की मुश्किलें बढ़ी हुई है.