किशनगंज: बिहार के किशनगंज में 7 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. ये लोग फर्जी डीएसपी और पुलिस पदाधिकारी बनकर सड़कों पर वाहनों से अवैध वसूली करते थे. गिरफ्तार युवकों में एक युवक डिफेंस का वर्दी पहना हुआ था और अपने आप को एसएसबी का जवान बता रहा था. कोचाधामन थानाध्यक्ष रंजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने सोंथा चौक के पास से सात युवकों को पुलिस का नेम प्लेट लगाकर एक कार के साथ गिरफ्तार किया गया है.
'पुलिस ऑफिसर बन करते थे वसूली': दरअसल सातों फर्जी पुलिस बनकर अर्टिगा कार बीआर 11 बीएफ 2169 पर सवार होकर जिले के विभिन्न सड़कों पर अपने कार को खड़ाकर वाहनों को रोकता था और सिविल कपड़ा पहने युवक वाहन चालकों को डरा-धमका कर कहता था कि डीएसपी साहब गाड़ी में बैठे हुए हैं. चुपचाप लेनदेन कर लो नहीं तो डीएसपी साहब आने से मोटा फाइन के साथ वाहन को जप्त कर लेगा. वहीं सिविल ड्रेस पहने युवक अपने को पुलिस पदाधिकारी कहता था. जिसके बाद वाहन चालक डर से रुपये दे देता था.
क्या बोले एसपी?: पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग थाना क्षेत्र के सोंथा के पास वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं. सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और आरोपियों को कार के साथ दबोच लिया. पकड़े गए युवकों में पूर्णिया का रहने वाला कौशल डिफेंस की वर्दी पहने हुए था. वह खुद को पूर्णिया एसएसबी का जवान बता रहा है.
कहां के रहने वाले हैं आरोपी युवक?: किशनगंज एसपी सागर कुमार ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में संतोष कुमार मधुबनी जिले का रहने वाला है, जबकि पूर्णिया जिले का कौशल और अन्य पांच युवक अजहरुद्दीन, मनीष, सज्जाद, नौशाद और एक नाबालिक युवक है. पांचों सदर थाना क्षेत्र के अलग-अलग मोहल्ले के रहने वाले हैं. पुलिस पकड़े गए युवकों से पूछताछ कर रही है.
"कोचाधामन पुलिस ने 7 युवकों को गिरफ्तार किया है. पूर्णिया का रहने वाला कौशल सड़क पर फर्जी डीएसपी का रोल अदा करता था. बाकी 6 युवक सिविल ड्रेस में थे. इनके पास से छह मोबाइल और 7 हजार 470 रुपये नगद बरामद किया गया है. ये लोग पुलिस अधिकारी बनकर सड़कों पर वाहनों से अवैध वसूली करते थे."- सागर कुमार, पुलिस अधीक्षक, किशनगंज
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