पटनाः राजद नेता शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आश्रम खोलकर राजनीति का प्रशिक्षण देने की सलाह दी है. शिवानंद तिवारी के बयान के बाद बिहार की राजनीति गरमा गयी है. महागठबंधन में रार छिड़ गयी है. शिवानंद तिवारी के बयान के बाद जहां उपेन्द्र कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश कुमार अभी आश्रम खोलने वाले नहीं हैं. उनके इस बयान पर भी शिवानंद तिवारी ने कहा- 'हम मूर्ख हैं, जब आप हाफ पैंट पहनते थे तब से हम नीतीश कुमार को जानते हैं' वहीं कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने शिवानंद तिवारी के बयान काे अनावश्यक बताते हुए राजद नेता काे सलाह दी कि उनको आश्रम जाना है तो जाएं. राजनीतिक पंडित इसे अमित शाह के दौरे से पहले महागठबंधन में दरार के रूप में भी देख रहे हैं.
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जदयू के मंत्री मदन सहनी ने भी शिवानंद तिवारी पर हमला किया है. उन्हाेंने सवाल उठाया, क्या नीतीश कुमार आश्रम जाने लायक हो गए हैं. मदन सहनी का कहना है कि अभी भी मुख्यमंत्री 18 घंटे काम करते हैं. वे कभी थके नहीं है. जब तक पूरा बिहार पूरा देश का सेवा नहीं कर लेंगे कहीं नहीं जाने वाले हैं. पूरी मुस्तैदी से सेवा करेंगे. जदयू मंत्री ने कहा शिवानंद तिवारी किस मकसद से बोल गए पता नहीं. उनकी भी तो अब उम्र हो गयी है. बोलना कुछ और चाहते होंगे बोला कुछ और गया हाेगा.
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शिवानंद तिवारी 21 सितम्बर को आरजेडी के राज्य परिषद की बैठक में अपने संबोधन के अंत में नीतीश कुमार को सलाह दी थी कि 2025 में तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना कर आश्रम चलें, मैं भी उनके साथ चलूंगा. अपने इस बयान पर आज भी सफाई दी और कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा मैं तो उन्हीं की बात को आगे बढ़ा रहा था. जदयू के लोगों को दिक्कत है तो उन्हें नीतीश कुमार से ही सवाल करना चाहिए. लेकिन जदयू खेमे में शिवानंद तिवारी के बयान को लेकर काफी नाराजगी दिख रही है यहां तक कि कांग्रेस ने भी शिवानंद तिवारी के बयान को सही नहीं बताया है.