पटना: बिहार से राज्यसभा के लिए 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव (Rajyasabha Election 2022) में संख्या बल के हिसाब से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को एक सीट का फायदा (RJD will benefit in rajya sabha elections) होगा, जबकि सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू ) को एक सीट का नुकसान हो सकता है.
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बिहार से पांच सीटें खाली हो रही हैं : दरअसल, जुलाई में बिहार से पांच सीटें खाली हो रही हैं. उनमें से एक केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh) की सीट है. उनके अलावा भाजपा के गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दूबे भी कार्यकाल पूरा करने वालों में होंगे. राजद से मीसा भारती की सीट भी है, जो सात जुलाई को खाली हो रही हैं. इसके अतिरिक्त एक सीट शरद यादव की है, जो जदयू कोटे से राज्यसभा पहुंचे थे.
संख्याबल के हिसाब से किसको फायदा, किसको नुकसान ? : संख्याबल के हिसाब से संभावना व्यक्त की जा रही है कि बिहार में पांच सीटों के लिए हो रहे चुनाव में मुख्य विपक्षी पार्टी राजद को एक सीट का फायदा हो सकता है जबकि भाजपा अपनी दोनों सीटे बचा पाने में सफल रहेगी. जदयू को एक सीट का नुकसान उठाना पड़ सकता है.
क्या है वोटों का गणित ? : संख्याबल में देखे तो विधानसभा में भाजपा के सबसे अधिक 77 विधायक हैं जबकि राजद 76 विधायकों के साथ राज्य में दूसरे नंबर की पार्टी है. जदयू के पास 45 विधायक हैं जबकि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास 4 विधायक हैं. इन सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है. इधर, चुनाव की घोषणा के बाद से ही गहमागहमी प्रारंभ हो गई. नए प्रत्याशी जहां जोड़ तोड़ की रणनीति बना रहे हैं, वही कार्यकाल पूरा कर चुके सांसदों के समर्थको को उम्मीद है कि पार्टी उन्हे निराश नहीं करेगी.
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