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Protest In Masaurhi: बासगीत पर्चाधारियों ने किया विरोध प्रदर्शन, पर्चा मिलने के बाद भी नहीं मिली जमीन

पटना के मसौढ़ी में जमीन पर कब्जा के लिए प्रदर्शन (Protest for Land in Masaurhi of Patna) किया गया. मसौढ़ी अंचल कार्यालय पर सैकड़ों बासगीत पर्चाधारियों ने घंटों विरोध प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. सैकड़ों भूमिहीन परिवारों को बासगीत पर्चा तो दे दिया गया, लेकिन उन्हें अभी तक उस जमीन पर दखल नहीं दिलाया गया है.

मसौढ़ी में जमीन के लिए विरोध प्रदर्शन
मसौढ़ी में जमीन के लिए विरोध प्रदर्शन
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Published : Mar 5, 2022, 6:05 PM IST

पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी में सैकड़ों परिवार भूमिहीन (Many Families are Landless in Masaurhi of Patna) हैं. सरकार की तरफ से जमीन का कागज मिलने के बाद भी लोग बेघर रहने को मजबूर हैं. सरकार ने कागज पर जमीन का मालिक तो बना दिया, लेकिन अभी तक उन्हें उस जमीन पर दखल नहीं मिला है. सैकड़ों ऐसे परिवार हैं जो बासगीत पर्चा लेकर कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. शनिवार को नाराज पर्चाधारियों ने अंचल कार्यालय पर घंटों विरोध प्रदर्शन किया.

ये भी पढ़ें- मसौढ़ी के चेथौल पोखर गांव में नाली निकासी बना नासूर, 20 वर्षों से परेशान लोग अब आंदोलन पर उतारू

दरअसल 2009 में सैकड़ों भूमीहीन महादलित परिवारों को बासगीत पर्चा तो दे दिया गया. लेकिन उन्हें अभी तक उस जमीन पर दखल नहीं मिला है. जिस वजह से वो सभी महादलित परिवार वहां मकान नहीं बना पा रहे हैं. इसी को लेकर अब मसौढ़ी अंचल कार्यालय पर सैकड़ों बासगीत पर्चाधारी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. गौरतलब है कि इस बार नगर परिषद के परिसीमन में बदलाव होने पर कई पंचायतों को शहर में जोड़ दिया गया है.

पंचायत के लोग अब इस असमंजस में हैं कि अब शहर में आ जाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) का लाभ नहीं मिलेगा. क्योंकि उन्हें अभी तक जमीन का पर्चा मिला है लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं मिला है. सरकार ने गांव-गांव में महादलितों को 3 डिसमिल जमीन देकर घर बसाने का वादा और आश्वासन तो दिया लेकिन आज तक उन सभी पर्चा धारियों को पर्चा मिलने के बाद उन्हें बसाने की बात भूल गई है.

मिली जानकारी के अनुसार, सैकड़ों ऐसे महादलित बासगीत पर्चाधारी हैं जो पर्चा लेकर कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. वो सभी पर्चाधारी कागज पर जमीन के मालिक तो बन गए हैं लेकिन अभी भी जमीनी स्तर पर वह जमीन के मालिक नहीं बन पाए हैं. वह जमीन आज भी दबंगों के कब्जे में हैं और उस पर दखल देने की मांग को लेकर लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

शनिवार को सैकड़ों बासगीत पर्चाधारियों ने अंचल कार्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. और जल्द ही बासगीत पर्चाधारी वालों को जमीन पर दखल कराने एवं वैसे महादलित परिवार जिन्हें अभी तक पर्चा नहीं मिला है. उन्हें पर्चा देने की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो जल्द ही उग्र आंदोलन होगा.

ये भी पढ़ें- मसौढ़ी में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ चला बुलडोजर, 14 दुकानें ध्वस्त.. 20 को नोटिस

ये भी पढ़ें- एक साल से बंद पड़ा है मसौढ़ी अनुमंडल रेफरल अस्पताल का ब्लड स्टोरेज यूनिट, मरीज परेशान

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पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी में सैकड़ों परिवार भूमिहीन (Many Families are Landless in Masaurhi of Patna) हैं. सरकार की तरफ से जमीन का कागज मिलने के बाद भी लोग बेघर रहने को मजबूर हैं. सरकार ने कागज पर जमीन का मालिक तो बना दिया, लेकिन अभी तक उन्हें उस जमीन पर दखल नहीं मिला है. सैकड़ों ऐसे परिवार हैं जो बासगीत पर्चा लेकर कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. शनिवार को नाराज पर्चाधारियों ने अंचल कार्यालय पर घंटों विरोध प्रदर्शन किया.

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दरअसल 2009 में सैकड़ों भूमीहीन महादलित परिवारों को बासगीत पर्चा तो दे दिया गया. लेकिन उन्हें अभी तक उस जमीन पर दखल नहीं मिला है. जिस वजह से वो सभी महादलित परिवार वहां मकान नहीं बना पा रहे हैं. इसी को लेकर अब मसौढ़ी अंचल कार्यालय पर सैकड़ों बासगीत पर्चाधारी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. गौरतलब है कि इस बार नगर परिषद के परिसीमन में बदलाव होने पर कई पंचायतों को शहर में जोड़ दिया गया है.

पंचायत के लोग अब इस असमंजस में हैं कि अब शहर में आ जाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) का लाभ नहीं मिलेगा. क्योंकि उन्हें अभी तक जमीन का पर्चा मिला है लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं मिला है. सरकार ने गांव-गांव में महादलितों को 3 डिसमिल जमीन देकर घर बसाने का वादा और आश्वासन तो दिया लेकिन आज तक उन सभी पर्चा धारियों को पर्चा मिलने के बाद उन्हें बसाने की बात भूल गई है.

मिली जानकारी के अनुसार, सैकड़ों ऐसे महादलित बासगीत पर्चाधारी हैं जो पर्चा लेकर कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. वो सभी पर्चाधारी कागज पर जमीन के मालिक तो बन गए हैं लेकिन अभी भी जमीनी स्तर पर वह जमीन के मालिक नहीं बन पाए हैं. वह जमीन आज भी दबंगों के कब्जे में हैं और उस पर दखल देने की मांग को लेकर लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

शनिवार को सैकड़ों बासगीत पर्चाधारियों ने अंचल कार्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. और जल्द ही बासगीत पर्चाधारी वालों को जमीन पर दखल कराने एवं वैसे महादलित परिवार जिन्हें अभी तक पर्चा नहीं मिला है. उन्हें पर्चा देने की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो जल्द ही उग्र आंदोलन होगा.

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