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आपके खाते में 5000 रुपये - खुशी से क्लिक करते ही हो जाएगा खाली! - JUMPED DEPOSIT SCAM

साइबर अपराधियों ने देश में एक नया तरह का फ्रॉड शुरु किया है, जिसे जंप्ड डिपॉजिट स्कैम कहा जा रहा है.

Jumped Deposit Scam
प्रतीकात्मक फोटो (Getty Image)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 3, 2025, 2:44 PM IST

नई दिल्ली: साइबर अपराधी हर दिन नए-नए तरह के फ्रॉड कर रहे हैं. चंद सेकंड में लोगों के पैसे उड़ाने की साजिश रचते रहते हैं. ताजा 'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' यूपीए यूजर्स को निशाना बना रहा है. ऐसे में 'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' क्या है? इससे कैसे निपटा जाए?

'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' क्या है?
'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' एक ऐसा फ्रॉड स्कैम है जो UPI के जरिए मोबाइल बैंकिंग यूजर्स को टारगेट करता है. इस स्कैम के तहत जालसाज अपने नंबर का इस्तेमाल करके पीड़ित के अकाउंट में 5 हजार या उससे कम रुपए जमा करवाता है. इसके बाद वह फोन पर मैसेज भेजता है कि आपको कुछ पैसे मिले हैं और नीचे एक लिंक भेजता है. आमतौर पर हम SMS खोलते हैं और UPI पिन डालते हैं. उस पल ऐसा लगता है जैसे जालसाज ने हमारे अकाउंट में निकासी अनुरोध की पुष्टि कर दी है. इसके बाद वह अकाउंट एक्सेस कर लेता है. जालसाज खुद ही आधिकारिक तौर पर मालिक बनकर उस अकाउंट से पैसे निकाल लेता है. अगर अनजान नंबरों के जरिए अकाउंट में छोटी रकम जमा होती है तो इसे फ्रॉड समझना चाहिए.

'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' को कैसे रोकें?
'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' के बारे में बहुत सतर्क रहें. जब आपको किसी अनजान नंबर से छोटी रकम मिलती है, तो सावधान रहें. जब आपको मैसेज मिले कि आपके खाते में पैसे जमा हो गए हैं, तो अपना बैलेंस चेक न करें.

अगर आपको कोई संदिग्ध नोटिफिकेशन या SMS दिखाई देता है, तो आपको कम से कम 15-30 मिनट तक UPI का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. ऐसा करने से साइबर अपराधियों द्वारा पैसे निकालने के लिए भेजे गए अनुरोध की समय सीमा समाप्त हो जाएगी.

अगर आपके खाते में किसी अनजान नंबर से पैसे आते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें. बैलेंस चेक करने से पहले अपने असली पिन नंबर की जगह कोई नकली नंबर डालें. ऐसा करने से साइबर अपराधियों का निकासी अनुरोध रद्द हो जाएगा. इससे साइबर अपराधियों की कोशिश नाकाम हो जाएगी. फिर असली पिन नंबर से बैलेंस चेक करें.

अगर आपको अनजान नंबर से ऐप नोटिफिकेशन या मैसेज मिलते हैं, तो सीधे अपने बैंक से संपर्क करें. तब आपको उस खाते की प्रामाणिकता पता चल जाएगी, जिससे पैसे भेजे गए हैं. साथ ही अपना UPA पिन दूसरों के साथ शेयर न करें. इसे गोपनीय रखें.

इन सुझावों का पालन करने से आप जम्प्ड डिपॉजिट घोटाले का शिकार होने से बच सकते हैं. अगर आप धोखाधड़ी के शिकार हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं. साथ ही जिस बैंक में आपका खाता है, उसे भी घटना के बारे में सूचित करें.

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'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' को कैसे रोकें?
'जंप्ड डिपॉजिट स्कैम' के बारे में बहुत सतर्क रहें. जब आपको किसी अनजान नंबर से छोटी रकम मिलती है, तो सावधान रहें. जब आपको मैसेज मिले कि आपके खाते में पैसे जमा हो गए हैं, तो अपना बैलेंस चेक न करें.

अगर आपको कोई संदिग्ध नोटिफिकेशन या SMS दिखाई देता है, तो आपको कम से कम 15-30 मिनट तक UPI का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. ऐसा करने से साइबर अपराधियों द्वारा पैसे निकालने के लिए भेजे गए अनुरोध की समय सीमा समाप्त हो जाएगी.

अगर आपके खाते में किसी अनजान नंबर से पैसे आते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें. बैलेंस चेक करने से पहले अपने असली पिन नंबर की जगह कोई नकली नंबर डालें. ऐसा करने से साइबर अपराधियों का निकासी अनुरोध रद्द हो जाएगा. इससे साइबर अपराधियों की कोशिश नाकाम हो जाएगी. फिर असली पिन नंबर से बैलेंस चेक करें.

अगर आपको अनजान नंबर से ऐप नोटिफिकेशन या मैसेज मिलते हैं, तो सीधे अपने बैंक से संपर्क करें. तब आपको उस खाते की प्रामाणिकता पता चल जाएगी, जिससे पैसे भेजे गए हैं. साथ ही अपना UPA पिन दूसरों के साथ शेयर न करें. इसे गोपनीय रखें.

इन सुझावों का पालन करने से आप जम्प्ड डिपॉजिट घोटाले का शिकार होने से बच सकते हैं. अगर आप धोखाधड़ी के शिकार हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं. साथ ही जिस बैंक में आपका खाता है, उसे भी घटना के बारे में सूचित करें.

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