अहमदाबाद: कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है. 13 फरवरी को सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में फैसल पटेल ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए और पार्टी छोड़ने का ऐलान किया. उनके पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले पर प्रतिक्रिया दी.
इस मुद्दे पर अहमदाबाद शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हिम्मत सिंह पटेल ने कहा कि दिवंगत अहमद पटेल इस देश और राष्ट्र के बहुत सम्मानित नेता थे. कोरोना के दौरान उनकी मौत हो गई. उनके बेटे फैसल पटेल बहुत सम्मानित और प्रतिष्ठित हैं. उन्होंने कल ट्वीट किया कि मैं पार्टी में काम करना चाहता हूं लेकिन मुझे पार्टी में काम करने की इजाजत नहीं है. निश्चित तौर पर वह युवा हैं. पार्टी के अंदर उनका सम्मान है.
हिम्मत सिंह ने कहा कि पार्टी उनसे जुड़ी है, वे पार्टी से जुड़े हैं. उन्होंने यह ट्वीट किसी वजह से किया है. हम अपने क्षेत्र के माउडी मंडल और दिल्ली स्तर पर इस पर चर्चा करेंगे. कांग्रेस पार्टी उनके मान-सम्मान और उनके परिवार के मान-सम्मान की रक्षा के लिए पीछे नहीं हटेगी. पार्टी उनके सम्मान के लिए हर संभव प्रयास करेगी. उन्हें क्या जिम्मेदारी लेनी है. इस पर पार्टी आलाकमान चर्चा कर निर्णय लेगा.
फैसल पटेल ने पोस्ट में क्या लिखा?
बता दें कि फैसल ने अपने ट्वीट में कहा, "बहुत दर्द और पीड़ा के साथ मैंने कांग्रेस के लिए काम करना बंद करने का फैसला किया है. यह कई सालों तक एक कठिन यात्रा रही है. मेरे दिवंगत पिता अहमद पटेल ने अपना पूरा जीवन देश, पार्टी और गांधी परिवार के लिए समर्पित कर दिया. मैंने उनके नक्शेकदम पर चलने की कोशिश की, लेकिन हर कदम पर मुझे अस्वीकार कर दिया गया."
उन्होंने आगे लिखा, "मैं हर संभव तरीके से मानवता के लिए काम करना जारी रखूंगा. कांग्रेस पार्टी हमेशा मेरा परिवार रहेगी. मैं उन सभी नेताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मेरा समर्थन किया."उल्लेखनीय है कि गुजरात में मुमताज पटेल और फैसल पटेल को अब तक कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. इसलिए फैसल नाराज हैं.
'सामाजिक संस्थाओं की जिम्मेदारी बखूबी निभाई'
ईटीवी भारत के एक सवाल के जवाब में हिम्मतसिंह पटेल ने कहा कि अहमद पटेल राजनीतिक गतिविधियों में साहब थे. उनकी मृत्यु के बाद मुमताज पटेल और फैसल पटेल ने उनकी सामाजिक संस्थाओं की जिम्मेदारी बखूबी निभाई. कांग्रेस कमेटी की ओर से उनका सम्मान बरकरार रखा जायेगा. उन्होंने जो भी जिम्मेदारी ली है, पार्टी उन्हें देगी. ये दोनों काफी युवा हैं और काफी समय से बाहर नहीं निकले हैं. इसलिए पार्टी उनका हक देगी.