ETV Bharat / city

भयमुक्त व शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव करवाने की तैयारी, हर चरण में 1 लाख पुलिस बल की होगी तैनाती

बिहार में पहले चरण के पंचायत चुनाव (Panchayat Election 2021) के लिए 24 सितंबर को वोटिंग होगी. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अर्धसैनिक बलों का इस्तेमाल नहीं होगा जिसके कारण बिहार पुलिस के साथ साथ सशस्त्र पुलिस बल और होमगार्ड के जवान के कंधों पर चुनाव को सफल करवाने की जिम्मेदारी होगी. पढ़ें पूरी खबर..

Bihar Panchayat Election
Bihar Panchayat Election
author img

By

Published : Sep 6, 2021, 2:08 PM IST

पटना: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) को लेकर पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters ) अलर्ट है. पंचायत चुनाव में प्रत्येक चरण में लगभग 100000 पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. शांतिपूर्ण एवं भय मुक्त चुनाव करवाने की जिम्मेदारी इस बार पूर्ण रूप से बिहार पुलिस के कंधे पर है.

यह भी पढ़ें- जनता ने पंचायत प्रतिनिधि से मांगा 5 साल का हिसाब, पूछा- 'इतने साल कहां थे जनाब?'

अति संवेदनशील और नक्सली प्रभावित बूथों पर बिहार सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे. वहीं इसके अलावा अन्य बूथों पर बिहार पुलिस और होमगार्ड के जवान की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा क्यूआरटी टीम (Quick Reaction Team ) जोकि सिविल ड्रेस में बूथों के आसपास मौजूद रहेंगे ताकि कोई असामाजिक तत्व पंचायत चुनाव में बाधा ना पहुंचा सके.

पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 24 सितंबर को है. पहले चरण में 2119 मतदान केंद्र पर मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे. पहले चरण के चुनाव के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है. पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होगा. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अर्धसैनिक बलों का इस्तेमाल नहीं होगा जिस वजह से बिहार पुलिस और होमगार्ड के जवान ही चुनाव कराएंगे. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गृह विभाग की ओर से सभी जिले के डीएम और एसपी को निर्देश दिया गया है.

गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में प्रतिनियुक्त किए जाने वाले मतदान पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को एडवांस में यात्रा और दैनिक भत्ता दिया जाएगा. इसके तहत पीठासीन पदाधिकारी प्रशिक्षण कार्य के लिए 500 रुपये प्रतिदिन और मतदान और मतगणना के लिए प्रतिदिन के हिसाब से 500 रुपये दिए जाएंगे. पुलिस मुख्यालय के द्वारा सभी जिलों के एसपी को अपने जिले के थाना क्षेत्रों में आपराधिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया गया है ताकि उनसे चुनाव के दौरान अशांति ना फैल सके.

बता दें कि पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत के चार पदों के लिए ईवीएम से वोट डाले जाएंगे. इसमें मुखिया, जिला परिषद सदस्य, वार्ड सदस्य और पंचायत समिति सदस्य शामिल है. वहीं पंच और सरपंच पद का चुनाव मतपत्र से होगा.

प्रत्याशियों द्वारा राज्य में लागू शराबबंदी का भी पालन करना अनिवार्य किया गया है. आदर्श आचार संहिता में कहा गया है कि प्रत्याशी द्वारा न तो गैर कानूनी शराब खरीदी जाए और न ही किसी को पेश या वितरित किया जाए. प्रत्येक प्रत्याशी अपने कार्यकतार्ओं को भी ऐसा करने से रोकें. अमूमन देखा जाता है कि चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशी शराब का भी इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में शराब पकड़े जाने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आपको बताएं कि बिहार में 11 चरण में पंचायत चुनाव संपन्न होंगे. वोट 24 सितंबर, 29 सितंबर, 8 अक्टूबर, 20 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 3 नवंबर, 15 नवंबर, 24 नवंबर, 29 नवंबर, 8 दिसंबर और 12 दिसंबर को डाले जाएंगे.

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव 2021: विकास से महरूम है धनरुआ-विजयपुरा पंचायत, वोट की चोट से सिखायेंगे सबक

यह भी पढ़ें- मसौढ़ी: पंचायत चुनाव को लेकर ईवीएम सीलिंग और वज्रगृह स्थल का चयन हुआ फाइनल

पटना: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) को लेकर पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters ) अलर्ट है. पंचायत चुनाव में प्रत्येक चरण में लगभग 100000 पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. शांतिपूर्ण एवं भय मुक्त चुनाव करवाने की जिम्मेदारी इस बार पूर्ण रूप से बिहार पुलिस के कंधे पर है.

यह भी पढ़ें- जनता ने पंचायत प्रतिनिधि से मांगा 5 साल का हिसाब, पूछा- 'इतने साल कहां थे जनाब?'

अति संवेदनशील और नक्सली प्रभावित बूथों पर बिहार सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे. वहीं इसके अलावा अन्य बूथों पर बिहार पुलिस और होमगार्ड के जवान की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा क्यूआरटी टीम (Quick Reaction Team ) जोकि सिविल ड्रेस में बूथों के आसपास मौजूद रहेंगे ताकि कोई असामाजिक तत्व पंचायत चुनाव में बाधा ना पहुंचा सके.

पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 24 सितंबर को है. पहले चरण में 2119 मतदान केंद्र पर मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे. पहले चरण के चुनाव के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है. पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होगा. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अर्धसैनिक बलों का इस्तेमाल नहीं होगा जिस वजह से बिहार पुलिस और होमगार्ड के जवान ही चुनाव कराएंगे. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गृह विभाग की ओर से सभी जिले के डीएम और एसपी को निर्देश दिया गया है.

गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में प्रतिनियुक्त किए जाने वाले मतदान पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को एडवांस में यात्रा और दैनिक भत्ता दिया जाएगा. इसके तहत पीठासीन पदाधिकारी प्रशिक्षण कार्य के लिए 500 रुपये प्रतिदिन और मतदान और मतगणना के लिए प्रतिदिन के हिसाब से 500 रुपये दिए जाएंगे. पुलिस मुख्यालय के द्वारा सभी जिलों के एसपी को अपने जिले के थाना क्षेत्रों में आपराधिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया गया है ताकि उनसे चुनाव के दौरान अशांति ना फैल सके.

बता दें कि पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत के चार पदों के लिए ईवीएम से वोट डाले जाएंगे. इसमें मुखिया, जिला परिषद सदस्य, वार्ड सदस्य और पंचायत समिति सदस्य शामिल है. वहीं पंच और सरपंच पद का चुनाव मतपत्र से होगा.

प्रत्याशियों द्वारा राज्य में लागू शराबबंदी का भी पालन करना अनिवार्य किया गया है. आदर्श आचार संहिता में कहा गया है कि प्रत्याशी द्वारा न तो गैर कानूनी शराब खरीदी जाए और न ही किसी को पेश या वितरित किया जाए. प्रत्येक प्रत्याशी अपने कार्यकतार्ओं को भी ऐसा करने से रोकें. अमूमन देखा जाता है कि चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशी शराब का भी इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में शराब पकड़े जाने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आपको बताएं कि बिहार में 11 चरण में पंचायत चुनाव संपन्न होंगे. वोट 24 सितंबर, 29 सितंबर, 8 अक्टूबर, 20 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 3 नवंबर, 15 नवंबर, 24 नवंबर, 29 नवंबर, 8 दिसंबर और 12 दिसंबर को डाले जाएंगे.

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव 2021: विकास से महरूम है धनरुआ-विजयपुरा पंचायत, वोट की चोट से सिखायेंगे सबक

यह भी पढ़ें- मसौढ़ी: पंचायत चुनाव को लेकर ईवीएम सीलिंग और वज्रगृह स्थल का चयन हुआ फाइनल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.