पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोरोना प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे. इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे. पीएम मोदी मुख्यमंत्रियों से कोरोना वैक्सीनेशन जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. इस दौरान राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की भी समीक्षा होगी.
इस अहम मीटिंग में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री कोरोना वैक्सीनेशन के लिए अपनी तैयारियों की रिपोर्ट लेकर बैठेंगे. सीएम नीतीश कुमार कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर खुद एक्टिव मोड में दिख रहे हैं. वह राज्य की स्थिति से पीएम को अवगत कराएंगे. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के साथ आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से यह बैठक शाम चार बजे से शुरू होगी. बता दें कि कोरोना संक्रमण को पराजित करने के लिए पूरे देश में 16 जनवरी से टीकाकरण का पहला चरण प्रारंभ होगा.
बिहार में भी 16 जनवरी से पहले दौर का टीकाकरण शुरू हो जाएगा. यहां 4 लाख 67 हजार 684 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों, डॉक्टरों को पहले चरण में कोरोना से बचाव का टीका दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में टीकाकरण के लिए तीन सौ से अधिक केंद्र बनाए गए हैं.
कैसे आएगा टीका और कैसे होगा भंडारण
14 जनवरी को पुणे से सीधे टीका पटना आना शुरू होगा. सीरम इंस्टीच्यूट लैब से टीका पटना हवाई मार्ग से पहुंचेगा. इसके बाद उसे राज्य औषधि भंडार में ले जाया जाएगा. राज्य के जिलों के क्षेत्रीय टीका औषधि भंडार केंद्रों में यहीं से टीका भेजा जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया में कोल्ड चैन का भी पालन किया जाएगा. उसकी भी तैयारी पूरी हो गई है. बता दें कि दो बार 2 जनवरी और 8 जनवरी को 114 जगहों पर ड्राई रन सफलतापूर्वक किया जा चुका है.
300 सेंटरों पर होगा टीकाकरण
राज्य में करीब 300 सेंटरों पर टीकाकरण किया जायेगा. हर सेंटर पर प्रति दिन 100 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही विभाग ने सभी जिलों में वैक्सीन के दुष्प्रभाव की रोकथाम के लिए आठ-आठ सदस्यीय समिति के गठन का भी निर्देश दिया है. जिन 300 स्थानों पर टीकाकरण का शुभारंभ होना है, उनमें सभी 9 सरकारी मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल, 5 प्राइवेट कॉलेज (किशनगंज, कटिहार, मधुबनी, रोहतास और सहरसा), 21 सदर अस्पताल, 17 अनुमंडलीय अस्पताल, 208 प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी और सीएचसी), 1 नर्सिंग स्कूल (बक्सर), 3 रेफरल अस्पताल और शेष 36 प्राइवेट संस्थान शामिल हैं.
बता दें कि पहले चरण में भारत के 30 करोड़ लोगों को जुलाई 2021 तक कोरोना का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. स्वास्थ्यकर्मियों, 50 वर्ष से अधिक की उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़तों को पहले चरण में ही टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित है.