पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के यह कहने के बाद कि इतिहास को फिर से लिखने का समय आ गया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने दावा किया कि कोई भी देश के इतिहास को कैसे बदल सकता है. अमित शाह ने कहा था कि इतिहासकारों (amit shah statement on rewriting of history) ने देश की पिछली घटनाओं और शासकों की ओर इशारा नहीं किया है.
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इतिहास के अपने विचार पर अमित शाह का मजाक उड़ाते हुए, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "इतिहास को फिर से लिखने की क्या आवश्यकता है? इतिहास इतिहास है और हम इसे कैसे बदल सकते हैं? कोई देश के मौलिक इतिहास को कैसे बदल सकता है?"
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क्या कहा था अमित शाह ने: अमित शाह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान कहा, "इतिहास लिखने वालों ने मुगल सम्राटों के कार्यों की व्याख्या की जो सही नहीं था. मेवाड़ के पांड्य, अहोम, पल्लव, मौर्य, गुप्त, सिसोदिया जैसे कई शासक थे, जिन्होंने 500 से अधिक वर्षों तक शासन किया और देश के लिए अच्छा संघर्ष किया, लेकिन उन पर संदर्भ ग्रंथ नहीं लिखे गए थे."
बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के रिश्तों को लेकर सरकार बनने के बाद से ही विभिन्न मुद्दों को लेकर तकरार चलती रही है. सीएम नीतीश कुमार एक के बाद एक कई मुद्दों पर बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार की राय से उलट स्टैंड ले रहे हैं. एक बार फिर से नीतीश कुमार का बयान बिहार में एक और विवाद खड़ा कर सकता है.
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