पटना: दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक सियासी घमासान मचा है. महाराष्ट्र सरकार के रवैये पर सवाल खड़े हो रहे हैं. बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार निष्पक्ष जांच नहीं होने देना चाहती और दोषियों को बचाने की साजिश चल रही है.
महाराष्ट्र पुलिस जांच में बाधा उत्पन्न कर रही है
मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा है कि महाराष्ट्र की सरकार और वहां की पुलिस संघीय ढांचे के खिलाफ काम कर रही है. हमारे राज्य में भी दूसरे राज्यों से पुलिस जांच के लिए आती है तो हम सहयोग करते हैं. लेकिन वहां की सरकार सुशांत सिंह मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होने देना चाहती है. इन सारे घटनाओं से साफ है कि महाराष्ट्र सरकार दोषियों को बचाना चाहती है.
मुख्यमंत्री सीबीआई जांच की सिफारिश कर सकते हैं
मंत्री ने कहा कि 45 दिन बीत जाने के बाद भी मामले को लेकर महाराष्ट्र पुलिस का ढुलमुल रवैया रहा है .जांच करने गई बिहार पुलिस को भी स्थानीय पुलिस सहयोग नहीं कर रही है. एक आईपीएस ऑफिसर को वहां जबरन क्वॉरंटीन कर दिया गया है. अगर अभिनेता के परिजन चाहें तो सीएम नीतीश सीबीआई जांच की अनुशंसा कर सकते है.
बिहार पुलिस की मदद करने पहुंचे थे सेंट्रल एसपी
बता दें कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह के आत्महत्या मामले में जांच करने पटना से 4 सदस्यीय टीम मुंबई पहुंची थी. उस टीम को सहयोग करने आईपीएस अधिकारी पटना सेंट्रल एसपी विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया था.
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बीएमसी ने विनय तिवारी को किया जबरन क्वारंटीन
आईपीएस विनय तिवारी को जबरन क्वारंटीन किया गया है. मुंबई पुलिस के इस कदम से माना जा रहा है कि वो सच छुपाना चाहती है. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के अनुसार पटना से गई 4 सदस्यीय टीम को भी बीएमसी ने वाले बीती रात से लगातार ढूंढ रही है. डीजीपी पांडे सोमवार अपने आला अधिकारियों के साथ बैठक कर कोई निर्णय ले सकते हैं.