पटना: छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय (Jaiprakash University Chapra) में हुए सिलेबस विवाद (Syllabus Controversy) को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मामले को सुलझाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. शनिवार को जेपी विश्वविद्यालय के छह विषयों के पीजी हेड को शिक्षा विभाग में बुलाया गया है, जिनके साथ सिलेबस को लेकर मंथन होगा.
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छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय के हिंदी, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, इतिहास और सामाजिक विज्ञान समेत 6 विभागों के पीजी विभागाध्यक्ष आज शिक्षा विभाग में उच्च शिक्षा के अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल होंगे.
राजनीति शास्त्र के पाठ्यक्रम से जेपी और लोहिया के विचारों को हटाकर अन्य लोगों के विचार शामिल करने को लेकर पिछले दिनों जबरदस्त बवाल मचा. जिसके बाद शिक्षा मंत्री को सफाई देनी पड़ी. शिक्षा मंत्री ने कहा था कि चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू होने के बाद राजभवन के द्वारा तैयार किया गया सिलेबस बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में दिया गया था, जिसमें सुधार करने का कोई निर्देश विश्वविद्यालयों को नहीं दिया गया था. क्योंकि सभी विश्वविद्यालय में एक ही सिलेबस लागू करना था जब यह सिलेबस छपरा के जेपी विश्वविद्यालय में लागू किया गया तो राजनीति शास्त्र के पाठ्यक्रम में हुए बदलाव को लेकर खासा विवाद हुआ.
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उसके बाद शिक्षा मंत्री ने कहा था कि पूरे मामले की समीक्षा की जाएगी और इस तरह का कोई बदलाव शिक्षा विभाग नहीं होने देगा. जिसमें बिहार की विभूतियों के विचार पाठ्यक्रम से हटाए जाएं.
इसी क्रम में बिहार के उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पूरे मामले की समीक्षा के तहत जेपी विश्वविद्यालय के विभाग अध्यक्षों को बुलाया है.
शिक्षा मंत्री ने पिछले दिनों यह भी कहा था कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम में संभावित बदलाव की जांच की जाएगी, क्योंकि सभी विश्वविद्यालयों में राजभवन की तरफ से जो सिलेबस भेजा गया है, उसकी समीक्षा जरूरी है.
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