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पटना: गार्डिनर रोड अस्पताल में भी सैनिटाइजर नहीं, सर्जिकल स्पिरिट का हो रहा इस्तेमाल

बिहार सरकार ने कई बार यह दावा किया है कि सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर तमाम तैयारियां की जा रही है. पर्याप्त संख्या में मास्क और पर्याप्त सैनिटाइजर की व्यवस्था भी कर ली गई है, लेकिन सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. पटना के अस्पतालों में ही सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है.

Gardiner Road Hospital
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Published : Mar 21, 2020, 5:58 PM IST

पटना: राजधानी के वीआईपी अस्पतालों में शुमार न्यू गार्डिनर रोड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी है. लेकिन, यहां सैनिटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं है. हालांकि इस अस्पताल में डॉक्टर मरीजों को 1 मीटर की दूरी रखते हुए जरूरी सलाह देते नजर आए.अस्पताल के निदेशक डॉ सुभाष चंद्र ने कहा कि अस्पताल खोलने से पहले सभी डॉक्टरों के बैठने की जगह और मरीजों के बैठने की जगह को सैनिटाइज किया जा रहा है. हालांकि, उनके पास इस बात का जवाब नहीं कि अस्पताल के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर क्यों उपलब्ध नहीं है.

'सर्जिकल स्पिरिट का करें इस्तेमाल'
अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने साफ किया कि फिलहाल मार्केट में अच्छी क्वालिटी का सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है. यही वजह है कि हम सर्जिकल स्पिरिट का इस्तेमाल कर रहे हैं. डॉक्टर मनोज कुमार सिन्हा ने लोगों को बाजार में उपलब्ध सैनिटाइजर की बजाय सर्जिकल स्पिरिट का उपयोग करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्पिरिट भी बिल्कुल वही काम करता है जो अच्छी क्वालिटी का सैनिटाइजर करता है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि लगातार साबुन से हाथ होते रहने से सैनिटाइजर की जरूरत नहीं पड़ती.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सरकार के दावे खोखले
बिहार सरकार कई बार यह दावा किया है कि सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस के मद्देनजर तमाम तैयारियां की जा रही है. पर्याप्त संख्या में मास्क और पर्याप्त सैनिटाइजर की व्यवस्था भी कर ली गई है, लेकिन सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. पटना के अस्पतालों में ही सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है.

पटना: राजधानी के वीआईपी अस्पतालों में शुमार न्यू गार्डिनर रोड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी है. लेकिन, यहां सैनिटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं है. हालांकि इस अस्पताल में डॉक्टर मरीजों को 1 मीटर की दूरी रखते हुए जरूरी सलाह देते नजर आए.अस्पताल के निदेशक डॉ सुभाष चंद्र ने कहा कि अस्पताल खोलने से पहले सभी डॉक्टरों के बैठने की जगह और मरीजों के बैठने की जगह को सैनिटाइज किया जा रहा है. हालांकि, उनके पास इस बात का जवाब नहीं कि अस्पताल के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर क्यों उपलब्ध नहीं है.

'सर्जिकल स्पिरिट का करें इस्तेमाल'
अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने साफ किया कि फिलहाल मार्केट में अच्छी क्वालिटी का सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है. यही वजह है कि हम सर्जिकल स्पिरिट का इस्तेमाल कर रहे हैं. डॉक्टर मनोज कुमार सिन्हा ने लोगों को बाजार में उपलब्ध सैनिटाइजर की बजाय सर्जिकल स्पिरिट का उपयोग करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्पिरिट भी बिल्कुल वही काम करता है जो अच्छी क्वालिटी का सैनिटाइजर करता है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि लगातार साबुन से हाथ होते रहने से सैनिटाइजर की जरूरत नहीं पड़ती.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सरकार के दावे खोखले
बिहार सरकार कई बार यह दावा किया है कि सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस के मद्देनजर तमाम तैयारियां की जा रही है. पर्याप्त संख्या में मास्क और पर्याप्त सैनिटाइजर की व्यवस्था भी कर ली गई है, लेकिन सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. पटना के अस्पतालों में ही सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है.

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