पटना: बिहार की राजधानी पटना एम्स (Patna AIIMS) में कोरोना (Corona) से गुरुवार को 11 वर्षीय एक बच्ची की मौत (Girl Die) हो गई. वहीं शुक्रवार को चार साल की मासूम बच्ची को कोरोना से ग्रसित (Corona Infected) होने पर इलाज के लिए भर्ती (Admit For Treatment) किया गया है. एम्स कोरोना नोडल आफिसर (Corona Nodal Officer) डॉ संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) ने बताया कि पटना की 11 वर्षीय अरूही कुमारी की मौत कोरोना (Death Due To Corona) से हो गयी. इससे पहले, शुक्रवार को भी एक चार वर्षीय बच्ची सिया को भी कोरोना के इलाज के लिये भर्ती कराया गया है.
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दरअसल, एम्स कोरोना नोडल आफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक पटना की 11 साल की बच्ची अरूही कुमारी की मौत कोरोना से हो गयी है. जिसे 1 सितम्बर को ही एम्स में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर इलाज के लिए एडमिट किया गया था.
शुक्रवार को भी एक चार वर्षीय बच्ची सिया को भी कोरोना के इलाज के लिये भर्ती किया गया है. सिया का इलाज आइसोलेशन वार्ड में इलाज चल रहा है. राजधानी पटना में कोरोना की तीसरी लहर का असर अब धीरे-धीरे देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को चार साल की बच्ची सिया जो छपरा की रहने वाली है. कोरोना के इलाज के लिये भर्ती किया गया है. एम्स में कुल 2 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है.
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बताते चलें कि बिहार में पिछले 24 घंटे में कुल 1 लाख 67 हजार 874 सैम्पल की जांच हुई है. अबतक कुल 7 लाख 16 हजार कोरोना मरीज ठीक हुए हैं. वर्तमान में COVID-19 के एक्टीव मरीजों की संख्या 79 है. बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.65 है.
कोरोना संक्रमण (Corona Infection) का डेल्टा वेरिएंट (Delta Variants) चिकित्सा जगत के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. थर्ड वेव में इसके प्रकोप को लेकर चिंता जतायी जा रही है. कोरोना के इस लहर में बच्चों के संक्रमित होने की प्रबल आशंका है. इससे निपटने की तैयारियों को लेकर पटना एम्स (AIIMS Patna) में पेडियाट्रिक्स चिकित्सकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है.
आपको बता दें कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के तहत गठित एक्सपर्ट पैनल ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Covid 3rd Wave) को लेकर चेतावनी जारी की है. रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर के आसपास पीक पर पहुंच सकती है. बताया गया है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को भी बड़ों के समान ही खतरा है.
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