पटना: बिहार के 12 जिले बाढ़ से बेहाल हैं. जलग्रहण क्षेत्रों और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति और बिगड़ गई है. बिहार में कई प्रमुख नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण इन जगहों पर बाढ़ का खतरा और अधिक बढ़ गया है.
इन जिलों में है खतरा
मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, किशनगंज और सीतामढ़ी में हुई तेज बारिश के कारण कमला बलान नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस कारण यहां के लोगों में दहशत का माहौल है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियां
हालांकि कोसी के जलस्तर में वीरपुर बैराज के पास कमी आई है, लेकिन बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, अधवारा समूह की नदियां, खिरोई तथा महानंदा कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
अधिकारी का बयान
आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार के 12 जिले- शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार में अब तक बाढ़ से 104 लोगों की मौत हुई है, जबकि 77 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.
चलाए जा रहे 81 राहत शिविर
बाढ़ प्रभावित इन 12 जिलों में कुल 81 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां 76 हजार से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के भोजन की व्यवस्था के लिए 712 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है. विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ क्षेत्रों में बाढ़ का पानी उतरा भी है.
मौत के आंकड़े:
जिला | मौतें | सरकारी आंकड़ा |
शिवहर | 11 | 10 |
सीतामढ़ी | 35 | 34 |
मुजफ्फरपुर | 21 | 03 |
पूर्वी चंपारण | 45 | 33 |
मधुबनी | 30 | 23 |
दरभंगा | 20 | 11 |
सहरसा | 04 | 01 |
सुपौल | 15 | 11 |
किशनगंज | 06 | 05 |
अररिया | 24 | 12 |
पूर्णिया | 32 | 24 |
कटिहार | 18 | 18 |
कुल | 261 | 185 |