पटना: राजधानी पटना जिले के तमाम अनुमंडल में धान की खरीदारी की शुरुआत हो चुकी है. जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने इसकी शुरुआत 15 नवंबर से कर दी है. आगामी 15 फरवरी तक धान की खरीदारी (Paddy purchase till 15 February) होगी, लेकिन किसानों और पैक्स अध्यक्षों के साथ एक सबसे बड़ी समस्या धान खरीदारी में धान में नमी होने की समस्या (Problem of Moisture in Paddy) बताया जा रहा है.
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वहीं, पैक्स अध्यक्षों ने बताया कि अभी भी खेतों में धान की फसल लगी है, 60% कटाई हो चुकी है. किसान धीरे-धीरे अपने धान को बेच रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी बाधा (Difficulty in procurement of paddy) धान की नमी को लेकर देखी जा रही है, पैक्स अध्यक्ष धान खरीदने से बच रहे हैं. पैक्स अध्यक्षों की माने तो 17% नमी पर धान की खरीदारी करनी है, लेकिन अभी जो धान आ रहा है, उसमें 20% से अधिक नमी है. ऐसे में अभी से धान को खरीदकर गोदाम में रखने के बाद बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. वहीं, अभी भी मिल का टैगिंग नहीं हुआ है.
''इस बार मसौढ़ी प्रखंड में 28 हजार एमटी धान खरीदारी का लक्ष्य (28 Thousand MT Paddy purchase target) रखा गया है, जो आगामी 15 फरवरी तक कर लेना है, वही अभी तक 1154 क्विंटल खरीदारी हो चुकी है, धान में नमी पैक्स के लिए सबसे बड़ी बाधा बन रही है.''- शंभु प्रसाद, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, मसौढ़ी
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पूरे मसौढ़ी प्रखंड में 13 पैक्स और एक व्यापार मंडल (13 PACS and one trade board in Masaurhi) है, जिसे धान खरीदना है. लेकिन, महज 6 पैक्स में ही धान की खरीदारी इक्का-दुक्का किसानों से हो रही है. मसौढ़ी में कछुए गति से धान की खरीदारी शुरू हो चुकी है. किसानों और पैक्स अध्यक्षों की मानें तो सबसे बड़ी बाधक धान में नमी होना बताया जा रहा है. वहीं, किसानों ने भी आरोप लगाया कि पिछली बार सरकार ने बोरे के पैसे नहीं दिए थे, इसलिए इस बार समय पर बोरे के भी पैसे दिए जाए.
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