पटना: बिहटा-आरा मुख्य मार्ग पर पिछले 22 घंटों से महाजाम लगा है. NH-30 पर लगे इस जाम में आम और खास सभी फजीहत से दो चार हो रहे है. किसी कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी इस जाम में फंस गए. स्थानीय पुलिस प्रशासन ने काफी मशक्कत के बाद उनके कारकेट को जाम से निकाला.
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बैठक के बाद महागठबंधन की PC में नहीं दिखे तेजस्वी, मांझी बोले- अभी नेता तय नहीं
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निर्माण कार्य का कारण लगा जाम
दरअसल छपरा और आरा के बीच एक जर्जर सड़क का निर्माणकार्य जारी है. इस कारण जे पी सेतू पुल को बंद कर दिया गया है, इससे कोइलवर पुल पर दबाव बढ़ गया है और पुल के दोनों तरफ पिछले 22 घंटे से भीषण जाम लगा है. बिहटा से कोइलवर तक बालू लदे ट्रकों की दो दो लंबी कतारों ने पूरी यातायात व्यवस्था पर ब्रेक लगा दिया है.
जाम के मद्देनजर बुलाई गई बैठक
जाम की भयावह स्थिति को देखते हुए पटना और भोजपुर जिला प्रशासन की ओर से मंगलवार को एक अहम बैठक भी बुलाई गई. पटना से सटे बिहटा थाना में आयोजित इस बैठक में दानापुर एसडीओ अंशुल कुमार, आरा सदर के अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और कोइलवर थाना प्रभारी के साथ बिहटा थाना प्रभारी ने हिस्सा लिया. बैठक में जाम को लेकर कई अहम फैसले लिए गए.
बिहटा में दो चेक पोस्ट बनाने का निर्णय
बैठक में बिहटा में दो चेक पोस्ट बनाने का निर्णय लिया गया, जो भारी वाहनों को जाम के मद्देनजर रोकेंगे और छोड़ेंगे. इसके अलावा कोइलवर पूल पर बढ़े वाहनों के दबाव को देखते हुए पूल के दोनों तरफ यानी आरा और पटना की तरफ से 45 - 45 मिनट के अंतराल पर वाहनों को छोड़ा जाएगा ताकि नियमित रूप से बिना जाम लगे वाहनों का परिचालन हो सके.
इस मौके पर दानापुर एसडीओ अंशुल कुमार ने बताया कि दोनों जिलों के प्रशासन की सबसे पहली प्राथमिकता है. लोगों को जाम से निजात दिलाना. इसके लिए सबसे पहले बालू लदे भारी वाहनों पर कंट्रोल की जरूरत है. एसडीओ ने बताया कि जिला खनन पदाधिकारी के आदेश पर अगले दो दिनों के लिए बालू का चालान बंद करने का निर्णय लिया गया है. ताकि भारी वाहनों का दबाव कम हो सके. उन्होंने कहा कि बिहटा और कोइलवर के लोगों को इस जाम से जल्द निजात मिलेगी.