पटना: देश में कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रदेश ( Third Wave Of Corona In Bihar) में भी मामले काफी बढ़ गए हैं. इसे देखते हुए पटना जंक्शन पर कोविड की जांच फिर से शुरू की गई है. अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की ज्यादा से ज्यादा जांच हो सके इसके लिए जांच टीम को बैठाया गया है. वहीं, यहां सुबह 10 बजे से लेकर साम 4 बजे तक वैक्सीनेशन की सुविधा मिल ( vaccination facility at Patna Junction) रही है.
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पटना जंक्शन के गेट नंबर 3 पर यात्रियों के लिए कोविड जांच के साथ-साथ वैक्सीनेशन की व्यवस्था की गई है. जो रेलयात्री वैक्सीन नहीं ले पाए हैं वे यहां पर अपना वैक्सीनेशन करा सकते हैं. टीकाकरण और जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से टीम को बैठाया गया है. बता दें कि राज्य सरकार कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप बढ़ने के साथ ही पटना जंक्शन पर कोविड जांच टीम बैठाने का निर्देश दिया था. गुरुवार को पटना जंक्शन पर करीब 60 लोगों ने कोविड जांच कराया, जिसमें 1 संक्रमित पाया गया है. जिन्हें होम आइसोलेशन के लिए भेज दिया गया.
कोविड जांच कर रहे स्वास्थ्य कर्मी संतोष ने बताया कि पहले काफी संख्या में रेल यात्री संक्रमित पाए जाते थे लेकिन दो दिनों से संक्रमण के मामलों में कमी आई है. हालांकि पटना जंक्शन पर प्रतिदिन लाखों यात्री यात्रा करते हैं. वहां वह सिर्फ 300-400 यात्रियों की जांच होती है. ऐसे में रेलवे प्रशासन या पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिलती है. इसी का नतीजा है कि जांच कम हो रही है. वैक्सीनेशन सेंटर पर बैठे रोहित कुमार ने बताया कि प्रतिदिन 60 से 70 लोग वैक्सीनेशन की सुविधा लेते हैं. यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए ही काउंटर लगाया गया है कि जो यात्री दूसरा डोज लेकर या पहला डोज लेना चाहते हैं. वे आसानी से काउंटर पर पहुंचकर टीकाकरण करा सकते हैं. वैक्सीनेशन काउंटर सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4:00 तक खुला रहता है.
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बता दें कि इन दिनों प्रदेश में नाइट कर्फ्यू के साथ-साथ धार्मिक स्थल जू पार्क सिनेमा हॉल और होटलों को 50% क्षमता के अनुसार खोलने का निर्देश राज्य सरकार ने जारी किया है, जो अब 6 फरवरी तक प्रभावी रहेगा. वहीं, रेलवे प्रशासन भी रेल यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को मास्क का प्रयोग कर यात्रा करने का निर्देश जारी किया है. इसी का नतीजा है कि प्रदेश में कुछ हद तक संक्रमण के मामले कम हुए हैं. हालांकि अभी भी रेलवे स्टेशनों पर जांच टीम मुस्तैदी से जांच करने के लिए 24 घंटे बैठी नजर आती हैं. पटना जंक्शन पर एंटीजन किट के माध्यम से रेल यात्रियों की जांच की जाती है.
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