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कोरोना मरीज ने वीडियो कॉल पर कहा- जल्दी घर ले चलो बेटा.. फिर 5वें तल्ले से कूदकर दी जान

पटना एम्स (aiims patna) में अब तक 4 कोरोना मरीजों ने आत्महत्या कर ली है. ताजा मामला बुधवार का है जहां एक 57 वर्षीय मरीज ने एम्स के 5वें तल्ले से कूदकर जान दे दी. बता दें कि इससे पहले मरीज ने अपने बेटे को वीडियो कॉल पर कहा था कि उसे जल्दी घर ले चले.

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Published : May 28, 2021, 9:30 AM IST

patna aiims
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पटनाः पटना एम्स (PATNA AIIMS) के कोविड-19 वार्ड (COVID-19 WARD) में भर्ती एक मरीज ने बुधवार को बिल्डिंग के 5वें तल्ले से कूदकर जान दे दी. 57 साल के रामचंद्र साह को कोरोना के इलाज के लिए 18 मई को एम्स में एडमिट कराया गया था. मृतक के बेटे ने बताया कि उनकी बात अस्पताल में भर्ती पिता से हुई थी. जिसमें उन्होने जल्दी से घर ले चलने की बात कही थी, लेकिन वे दुनिया से ही चले गये.

इसे भी पढ़ेंः पटना AIIMS के 5वें तल्ले से कोरोना मरीज ने छलांग लगाकर दी जान

"हमको जल्दी घर ले चलो..."
मृतक रामचंद्र शाह के बेटे ने बताया कि वे बेंगलुरु में राइस मिल में लेबर कंस्ट्रक्शन का काम करते थे. लॉकडाउन के कारण अपने घर बेगूसराय आए हुए थे. इसी दौरान 12 मई को उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई. जांच में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद 18 मई को उन्हें एम्स के कोविड-19 भर्ती कराया गया.

बेटा गोपाल शाह ने बताया कि मंगलवार को वीडियो कॉल पर पापा से बात हुई थी. बुधवार को महज 10 सेकंड के वीडियो कॉल में वे काफी परेशान दिख रहे थे. इस दौरान उन्होंने बस इतना ही कहा कि 'मुझे जल्दी से घर ले चलो'. और फिर खुद इस दुनिया को छोड़ गए. रामचंद्र शान की मौत के बाद परिजनों में शोक की लहर है.

इसे भी पढ़ेंः बिहार में हड़कंप : पटना एम्स के 384 डॉक्टर, स्टाफ कोरोना संक्रमित

मौत के बाद एम्स में क्या बदला?
बुधवार रामचंद्र शाह की खिड़की से कूदने की घटना के बाद अस्पताल प्रशासन काफी सतर्क हो गया है. एम्स प्रशासन शौचालय सहित अस्पताल की खिड़कियों को दुरुस्त करने में लगा है. एम्स के वरिष्ठ डॉक्टर यूएस भदानी ने बताया कि कोरोना पीड़ित अब तक चार लोगों ने आत्महत्या कर ली है.

पटनाः पटना एम्स (PATNA AIIMS) के कोविड-19 वार्ड (COVID-19 WARD) में भर्ती एक मरीज ने बुधवार को बिल्डिंग के 5वें तल्ले से कूदकर जान दे दी. 57 साल के रामचंद्र साह को कोरोना के इलाज के लिए 18 मई को एम्स में एडमिट कराया गया था. मृतक के बेटे ने बताया कि उनकी बात अस्पताल में भर्ती पिता से हुई थी. जिसमें उन्होने जल्दी से घर ले चलने की बात कही थी, लेकिन वे दुनिया से ही चले गये.

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"हमको जल्दी घर ले चलो..."
मृतक रामचंद्र शाह के बेटे ने बताया कि वे बेंगलुरु में राइस मिल में लेबर कंस्ट्रक्शन का काम करते थे. लॉकडाउन के कारण अपने घर बेगूसराय आए हुए थे. इसी दौरान 12 मई को उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई. जांच में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद 18 मई को उन्हें एम्स के कोविड-19 भर्ती कराया गया.

बेटा गोपाल शाह ने बताया कि मंगलवार को वीडियो कॉल पर पापा से बात हुई थी. बुधवार को महज 10 सेकंड के वीडियो कॉल में वे काफी परेशान दिख रहे थे. इस दौरान उन्होंने बस इतना ही कहा कि 'मुझे जल्दी से घर ले चलो'. और फिर खुद इस दुनिया को छोड़ गए. रामचंद्र शान की मौत के बाद परिजनों में शोक की लहर है.

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मौत के बाद एम्स में क्या बदला?
बुधवार रामचंद्र शाह की खिड़की से कूदने की घटना के बाद अस्पताल प्रशासन काफी सतर्क हो गया है. एम्स प्रशासन शौचालय सहित अस्पताल की खिड़कियों को दुरुस्त करने में लगा है. एम्स के वरिष्ठ डॉक्टर यूएस भदानी ने बताया कि कोरोना पीड़ित अब तक चार लोगों ने आत्महत्या कर ली है.

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