पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के गंगा घाटों पर नदियों के बढ़ते जल स्तर का जायजा (Nitish Kumar Inspected Ganga Ghats of Patna) लिया. मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से अटल पथ होते हुए जेपी सेतु गंगा पथ तक गए. फिर वहां से वापस गंगा पथ तक गये. मुख्यमंत्री गंगा पथ से पीएमसीएच होते हुए वापस लौट आए, वे कहीं भी गाड़ी से नहीं उतरे. मुख्यमंत्री ने पीएमसीएच के पास से गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर का भी मुआयना किया. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को गंगा नदी के किनारे रहने वाले जिलों में बढ़ते जलस्तर को लेकर अलर्ट रहने का आदेश (Alert For Rising Water Level) दिया. साथ ही अधिकारियों को संभावित आपदा से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया.
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पटना में डेंजर लेवल 48.60 मीटरः इन दिनों बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र भारी बारिश के कारण कोसी, कमला बलान, बागमती, गंडक जैसी नदियां उफान पर है. पटना में गंगा का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है, फिलहाल खतरे के निशान से नीचे है. मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमण मुक्त होने के बाद सबसे पहले पटना के गंगा घाटों का ही निरीक्षण करने पहुंचे थे. पटना में गंगा घाट में गांधी घाट में डेंजर लेवल 48.60 मीटर है और फिलहाल जल स्तर 47.64 मीटर पहुंच चुका है. जलस्तर राइजिंग ट्रेंड में है.
गंडक नदी में पानी का दबाव बढ़ाः मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और जानकारी ली. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गंडक नदी में पानी का दबाव बढ़ने से भी गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले जिलों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह से अलर्ट रहे हैं और सारी तैयारी पूर्ण रखें. मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा, सीएम सचिवालय के अधिकारी और डीएम एसपी भी मौके पर मौजूद थे.
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