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नीतीश कैबिनेट की बैठक में 17 एजेंडों पर लगी मुहर

सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक (Cabinet Meeting) में 17 महत्वपूर्ण एजेंडों पर मुहर लगी है. पढ़ें रिपोर्ट..

सीएम नीतीश कुमार
सीएम नीतीश कुमार
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Published : Sep 7, 2021, 6:01 PM IST

Updated : Sep 7, 2021, 8:50 PM IST

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक (Cabinet Meeting) हुई. इस बैठक में 17 एजेंडों पर मुहर लगी है. मंत्रिपरिषद की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. गृह विभाग के आरक्षी शाखा में बिहार राज्य औद्योगिक सुरक्षा बटालियन में सृजत पदों के पूर्ण नामांकन की स्वीकृति दे दी है.

ये भी पढ़ें- CM नीतीश बोले- 'कोरोना की वजह से धीमी हुई विकास की रफ्तार, बावजूद हम लगातार कर रहे काम'

साथ ही बिहार के प्राथमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 45 हजार 852 हेडमास्टरों की बीपीएससी से सीधी नियुक्ति होगी. इनमें 40 हजार 518 पद प्राथमिक स्कूलों के प्रधान शिक्षकों के होंगे, जबकि 5334 प्रधानाध्यापक के पद उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों के होंगे.

देखें वीडियो

गौरतलब है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्कूली शिक्षा के विकास और गुणवत्ता में सुधार के लिए विद्यालय स्तर पर कुशल एवं प्रभावी नेतृत्व की आवश्यकता जताई थी. तब उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान अध्यापक का संवर्ग और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक संवर्ग का गठन करने की घोषणा की थी.

ये भी पढ़ें- बोले CM नीतीश- बाढ़ से अभी अलर्ट रहने की जरूरत, केंद्र से मदद मिलने पर होगी सहूलियत

सरकार ने कैबिनेट की पिछली बैठक में ही राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई और सेवा शर्त नियमावली 2021 को मंजूरी दे दी. वहीं, बिहार राज्य उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई और सेवा शर्त नियमावली-2021 की भी स्वीकृति दी थी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि अब तक ऐसे स्कूलों में सबसे वरीय शिक्षक विद्यालय का संचालन करते थे. प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापकों के नए संवर्ग के पदों पर सिर्फ शिक्षक ही दावेदार होंगे. प्राथमिक स्कूलों में प्रधान शिक्षक पद के लिए अर्हता सरकारी स्कूल में 8 साल का शिक्षण तय किया गया है.

वहीं, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद के लिए अपने मूल कोटि में 8 साल पूरा करने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षक, जबकि निजी विद्यालयों (सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड के स्कूल) में 12 साल की सेवा पूरी करने वाले शिक्षक योग्य होंगे.

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक (Cabinet Meeting) हुई. इस बैठक में 17 एजेंडों पर मुहर लगी है. मंत्रिपरिषद की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. गृह विभाग के आरक्षी शाखा में बिहार राज्य औद्योगिक सुरक्षा बटालियन में सृजत पदों के पूर्ण नामांकन की स्वीकृति दे दी है.

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साथ ही बिहार के प्राथमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 45 हजार 852 हेडमास्टरों की बीपीएससी से सीधी नियुक्ति होगी. इनमें 40 हजार 518 पद प्राथमिक स्कूलों के प्रधान शिक्षकों के होंगे, जबकि 5334 प्रधानाध्यापक के पद उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों के होंगे.

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गौरतलब है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्कूली शिक्षा के विकास और गुणवत्ता में सुधार के लिए विद्यालय स्तर पर कुशल एवं प्रभावी नेतृत्व की आवश्यकता जताई थी. तब उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान अध्यापक का संवर्ग और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक संवर्ग का गठन करने की घोषणा की थी.

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सरकार ने कैबिनेट की पिछली बैठक में ही राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई और सेवा शर्त नियमावली 2021 को मंजूरी दे दी. वहीं, बिहार राज्य उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई और सेवा शर्त नियमावली-2021 की भी स्वीकृति दी थी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि अब तक ऐसे स्कूलों में सबसे वरीय शिक्षक विद्यालय का संचालन करते थे. प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापकों के नए संवर्ग के पदों पर सिर्फ शिक्षक ही दावेदार होंगे. प्राथमिक स्कूलों में प्रधान शिक्षक पद के लिए अर्हता सरकारी स्कूल में 8 साल का शिक्षण तय किया गया है.

वहीं, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद के लिए अपने मूल कोटि में 8 साल पूरा करने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षक, जबकि निजी विद्यालयों (सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड के स्कूल) में 12 साल की सेवा पूरी करने वाले शिक्षक योग्य होंगे.

Last Updated : Sep 7, 2021, 8:50 PM IST
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