पटना: सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस की रोकथाम और उसके लिए चलाए जा रहे राहत कार्यक्रम की उच्च स्तरीय समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने प्रवासी मजदूरों को लेकर अधिकारियों को विशेष निर्देश दिया. सीएम ने अलग-अलग जोन से आने वाले प्रवासियों के क्वॉरेंटाइन और जांच की विशेष रणनीति बनाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने बिहार आने के इच्छुक प्रवासियों को ट्रेन, बस के साथ छोटी गाड़ियों से भी जल्द लाने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों कुछ ये निर्देश दिए :-
- प्रवासी मजदूरों की संख्या को देखते हुए पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन कैंपों को सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ पूरी तरह तैयार रखें.
- पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों से तालमेल बनाए रखें.
- प्रवासी मजदूर अलग-अलग जोन से बड़ी संख्या में आ रहे हैं, उनके क्वॉरेंटाइन के लिए रणनीति बनाकर समुचित व्यवस्था करें.
- अलग-अलग जोन से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए जोन के हिसाब से जांच की रणनीति बनाएं.
- टेस्टिंग का कार्य फौरन शुरू करें,योजना बनाकर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग संक्रमण के विस्तार को रोकने में कारगर साबित होगी.
- बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए ट्रेन और बसों की अधिकतम क्षमता का उपयोग किया जाए.
- प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए छोटी गाड़ियों का भी उपयोग किया जा सकता है.
- विदेश से भी आने वाले लोगों के लिए क्वॉरेंटाइन व्यवस्था की सारी तैयारी सुनिश्चित की जाए
सभी को मदद का भरोसा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी लोग सचेत और सतर्क रहें, परेशान ना हो. हम सभी की चिंता करते हैं चाहे राशन कार्ड धारी हों, पेंशन धारी हों, किसान हों, वृद्धजन हों, दिव्यांगजन हों, चिकित्सा कर्मी हों, छात्र-छात्राएं हों, दिहारी मजदूर, ठेला वेंडर, रिक्शा चालक और अन्य जरूरतमंद व्यक्ति हों, सरकार सभी की हर संभव मदद की जा रही है.
प्रवासियों के पॉजिटिव होने से सरकार की बढ़ी चिंता
सीएम नीतीश कुमार लगातार समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं. सबसे अधिक फोकस लाखों की संख्या में पहुंच रहे प्रवासियों पर हैं. प्रवासियों में से बड़ी संख्या में संक्रमित पाए जा रहे हैं. इसके कारण सरकार की चिंता बढ़ गई है. इसलिए सीएम आ रहे प्रवासियों की रणनीति बनाकर अधिक से अधिक जांच करने का निर्देश दे रहे हैं. राज्य में अभी जांच कैपेसिटी 2 हजार के आसपास ही है सरकार इसे 10 हजार करने की कोशिश कर रही है.