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विधानसभा चुनाव पर BJP की नजर, क्या अति पिछड़ा वोट बैंक को लुभाने में जुटी है पार्टी?

बीजेपी के नेताओं ने दावा किया कि अति पिछड़ों के असल हिमायती नरेंद्र मोदी हैं और अति पिछड़ों का कल्याण बीजेपी से जुड़कर ही हो सकता है. अति पिछड़ा वोट बैंक को लेकर दावों का दौर भी शुरू हो गया है.

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Published : Aug 28, 2019, 10:44 PM IST

Updated : Aug 28, 2019, 10:53 PM IST

पटना: बिहार में लालू यादव कभी बैलट बॉक्स से जिन्न निकालने का दावा करते थे. उसी के बदौलत डेढ़ दशकों तक वह सत्ता के शीर्ष पर बने रहे. हालांकि जिस वोट बैंक को लालू यादव जिन्न कहते थे. वह बाद में नीतीश कुमार के साथ आ गया और उसकी ही बदौलत नीतीश लंबे समय से सत्ता के शीर्ष पर बने हुए हैं.

patna
अभिनंदन समारोह में उपस्थित नेतागण

45% पर सबकी नजर
बिहार में अति पिछड़ा वोट बैंक सत्ता की सीढ़ी मानी जाती है. लगभग 45 प्र तिशत वोट बैंक अति पिछड़ों की है. जिसके पक्ष में यह वोट जाता है सरकार उसकी ही बनती है. पहले अतिथियों का वोट लालू यादव के साथ था लेकिन बदलती परिस्थितियों में नीतीश ने वोट बैंक में सेंधमारी कर ली. मगर अब उस वोट बैंक पर भारतीय जनता पार्टी की नजर है.

BJP ने शुरू कर दी है कवायद
भारतीय जनता पार्टी ने अति पिछड़ा वोट बैंक को साधने की कवायद शुरू कर दी है. पहले अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले फागू चौहान को राज्यपाल बनाया गया. उसके बाद उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी इसे ऐतिहासिक कदम करार दे दिया. अभिनंदन समारोह के बहाने बिहार के तमाम जिलों से अति पिछड़ों को बुलाया गया और एकजुट होने का संदेश दिया गया.

patna
राज्यपाल फागू चौहान

अति पिछड़ा वोट बैंक RJD का पारंपरिक वोट
बीजेपी के नेताओं ने दावा किया कि अति पिछड़ों के असल हिमायती नरेंद्र मोदी हैं और अति पिछड़ों का कल्याण बीजेपी से जुड़कर ही हो सकता है. अति पिछड़ा वोट बैंक को लेकर दावों का दौर भी शुरू हो गया है. आरजेडी अति पिछड़ा वोट बैंक को अपना पारंपरिक वोट बैंक मानती है. आरजेडी विधायक राहुल तिवारी ने कहा है कि बीजेपी, जेडीयू में वोट बैंक को लेकर खींचातानी शुरू हो गई है. देश के वोट बैंक पर बीजेपी ने दावेदारी शुरू कर दी है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

JDU भी कर रही दावा
अभिनंदन समारोह को लेकर जेडीयू भी दबे जुबान में असंतोष के साथ-साथ दावेदारी कर रही है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि इस बात को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं है कि ऐसे कार्यक्रमों में राज्यपाल शिरकत कर सकते हैं या नहीं. लेकिन जहां तक वोट बैंक का सवाल है तो नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों के बेहतरी के लिए सबसे ज्यादा काम किया है. समुदाय के लोगों का साथ नीतीश कुमार को मिलता रहा है और अति पिछड़ों का वोट बैंक पूरी तरह से एकजुट है.

सबका साथ-सबका विकास-BJP
बीजेपी ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि हम सबका साथ-सबका विकास चाहते हैं. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि बीजेपी, जेडीयू बिहार में एक साथ मिलकर सरकार चला रही है. ये पार्टी लोगों की बेहतरी के लिए साथ-साथ काम करती रहेगी.

पटना: बिहार में लालू यादव कभी बैलट बॉक्स से जिन्न निकालने का दावा करते थे. उसी के बदौलत डेढ़ दशकों तक वह सत्ता के शीर्ष पर बने रहे. हालांकि जिस वोट बैंक को लालू यादव जिन्न कहते थे. वह बाद में नीतीश कुमार के साथ आ गया और उसकी ही बदौलत नीतीश लंबे समय से सत्ता के शीर्ष पर बने हुए हैं.

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अभिनंदन समारोह में उपस्थित नेतागण

45% पर सबकी नजर
बिहार में अति पिछड़ा वोट बैंक सत्ता की सीढ़ी मानी जाती है. लगभग 45 प्र तिशत वोट बैंक अति पिछड़ों की है. जिसके पक्ष में यह वोट जाता है सरकार उसकी ही बनती है. पहले अतिथियों का वोट लालू यादव के साथ था लेकिन बदलती परिस्थितियों में नीतीश ने वोट बैंक में सेंधमारी कर ली. मगर अब उस वोट बैंक पर भारतीय जनता पार्टी की नजर है.

BJP ने शुरू कर दी है कवायद
भारतीय जनता पार्टी ने अति पिछड़ा वोट बैंक को साधने की कवायद शुरू कर दी है. पहले अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले फागू चौहान को राज्यपाल बनाया गया. उसके बाद उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी इसे ऐतिहासिक कदम करार दे दिया. अभिनंदन समारोह के बहाने बिहार के तमाम जिलों से अति पिछड़ों को बुलाया गया और एकजुट होने का संदेश दिया गया.

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राज्यपाल फागू चौहान

अति पिछड़ा वोट बैंक RJD का पारंपरिक वोट
बीजेपी के नेताओं ने दावा किया कि अति पिछड़ों के असल हिमायती नरेंद्र मोदी हैं और अति पिछड़ों का कल्याण बीजेपी से जुड़कर ही हो सकता है. अति पिछड़ा वोट बैंक को लेकर दावों का दौर भी शुरू हो गया है. आरजेडी अति पिछड़ा वोट बैंक को अपना पारंपरिक वोट बैंक मानती है. आरजेडी विधायक राहुल तिवारी ने कहा है कि बीजेपी, जेडीयू में वोट बैंक को लेकर खींचातानी शुरू हो गई है. देश के वोट बैंक पर बीजेपी ने दावेदारी शुरू कर दी है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

JDU भी कर रही दावा
अभिनंदन समारोह को लेकर जेडीयू भी दबे जुबान में असंतोष के साथ-साथ दावेदारी कर रही है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि इस बात को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं है कि ऐसे कार्यक्रमों में राज्यपाल शिरकत कर सकते हैं या नहीं. लेकिन जहां तक वोट बैंक का सवाल है तो नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों के बेहतरी के लिए सबसे ज्यादा काम किया है. समुदाय के लोगों का साथ नीतीश कुमार को मिलता रहा है और अति पिछड़ों का वोट बैंक पूरी तरह से एकजुट है.

सबका साथ-सबका विकास-BJP
बीजेपी ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि हम सबका साथ-सबका विकास चाहते हैं. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि बीजेपी, जेडीयू बिहार में एक साथ मिलकर सरकार चला रही है. ये पार्टी लोगों की बेहतरी के लिए साथ-साथ काम करती रहेगी.

Intro:बिहार में लालू यादव कभी बैलट बॉक्स से जिन्न निकालने का दावा करते थे और उसी के बदौलत डेढ़ दशक तक सत्ता के शीर्ष पर बने रहे जिस वोट बैंक को लालू यादव जिन्न कहते थे वह बाद में नीतीश कुमार के साथ आ गया और उसी की बदौलत नीतीश लंबे समय से सत्ता के शीर्ष पर बने हुए हैं


Body:बिहार में अति पिछड़ा वोट बैंक सत्ता की सीढ़ी मानी जाती है लगभग 45% वोट बैंक अति पिछड़ों की है और जिसके पक्ष में यह वोट बैंक जाता है उसकी सरकार बनती है पहले अतिथियों का वोट लालू यादव के साथ था बदली परिस्थितियों में नीतीश ने वोट बैंक में सेंधमारी की और अब उस वोट बैंक पर भारतीय जनता पार्टी की नजर है ।
भारतीय जनता पार्टी मैं अति पिछड़ा वोट बैंक को साधने की कवायद शुरू कर दी है पहले अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले फागू चौहान को राज्यपाल बनाया गया और पार्टी नेता सुशील मोदी इसे ऐतिहासिक कदम करार दे रहे हैं अभिनंदन समारोह के बहाने बिहार के तमाम जिलों से अति पिछड़ों को बुलाया गया और एकजुट होने का संदेश दिया गया भाजपा नेताओं ने दावा किया कि अति पिछड़ों के असल हिमायती नरेंद्र मोदी हैं और अति पिछड़ों का कल्याण भाजपा से जुड़कर ही हो सकता है


Conclusion:अति पिछड़ा वोट बैंक को लेकर दावों का दौर भी शुरू हो गया है राजेश जहां अति पिछड़ा वोट बैंक को अपना पारंपरिक वोट बैंक मानती है राजद विधायक राहुल तिवारी ने कहा है कि भाजपा जदयू में वोट बैंक को लेकर खींचतान शुरू हो गई है मैं देश के वोट बैंक पर भाजपा ने दावेदारी शुरू कर दी है ।
अभिनंदन समारोह या सम्मेलन को लेकर जेडीयू भी दबे जुबान में असंतोष के साथ-साथ दावेदारी कर रही है । जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि अलग की इस बात को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं है कि ऐसे कार्यक्रम में राज्यपाल शिरकत कर सकते हैं या नहीं लेकिन जहां तक वोट बैंक का सवाल है तो नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों के बेहतरी के लिए सबसे ज्यादा काम किया है और समुदाय के लोगों का साथ नीतीश कुमार को मिलता रहा है और अति पिछड़ों का वोट बैंक पूरी तरह से एकजुट है ।
भाजपा ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि हम सबका साथ सबका विकास चाहते हैं पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि भाजपा जदयू बिहार में एक साथ मिलकर सरकार चला रही है और हम लोगों के बेहतरी के लिए साथ साथ काम करते रहेंगे ।
Last Updated : Aug 28, 2019, 10:53 PM IST
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