कडप्पा: आंध्र प्रदेश में कडप्पा के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (डीटीसी) चंद्रशेखर रेड्डी पर एक महिला अधिकारी ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. महिला अधिकारी का आरोप है कि, रेड्डी उन्हें कई बार अश्लील संदेश भेजकर परेशान किया. इतना ही नहीं महिला ने यह भी आरोप लगाया कि, चंद्रशेखर गलत इरादे से उनके घर तक आ गए थे. वहीं, मामला बिगड़ता देख आरोपी फरार बताया जा रहा है. खबर के मुताबिक, मामले की जांच जारी है.
एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा यौन उत्पीड़न के एक स्पष्ट मामले ने क्लियर एविडेंस (स्पष्ट साक्ष्य) के बावजूद कठोर कार्रवाई न किए जाने पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सीसीटीवी में कैद हुई घटना में पीड़िता के पति से सामना होने के बाद आरोपी को भागते हुए दिखाया गया है.
स्पष्ट साक्ष्य, कोई कार्रवाई नहीं
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ सीसीटीवी फुटेज में संदेह की कोई गुंजाइश नहीं है. फिर भी, तत्काल बर्खास्तगी या आपराधिक कार्यवाही के बजाय, सरकार ने चल रही जांच का हवाला देते हुए आरोपी को केवल आयुक्त कार्यालय में ट्रांसफर कर दिया है. इस मामले के सामने आने के बाद से लोगों में आक्रोश काफी बढ़ रहा है. कई लोग इस तरह के व्यवहार के खिलाफ एक मिसाल कायम करने के लिए बर्खास्तगी और आपराधिक आरोपों सहित सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
आखिर क्या है पूरा मामला
कडप्पा में चंद्रशेखर रेड्डी का कार्यकाल कई आरोपों से घिरा रहा है. रिपोर्ट से पता चलता है कि, उनके उत्पीड़न के कारण एक अन्य महिला कर्मचारी को कार्यालय से बाहर ट्रांसफर कर दिया गया था. वहीं, मौजूदा पीड़िता वरिष्ठ अधिकारी की तरफ से बार-बार के प्रलोभनों और अश्लील संदेशों को बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. पीड़िता ने उससे ऐसा करने से मना किया था. उसके बाद भी महिला की बातों को नजरअंदाज करते हुए रेड्डी उस दिन महिला के पति की गैरमौजूदगी में उसके घर आया. पीड़िता ने ऐसे समय में अपनी सूझबूझ से पति को वापस बुलाया और आरोपी की हरकतों को सीसीटीवी में कैद लिया.
पति ने डीटीसी का सामना किया
इस घटना को लेकर पीड़िता का पति ने चंद्रशेखर रेड्डी से उसके दफ्तर में जाकर नाराजगी जाहिर की. वहीं, दफ्तर में मौजूद गवाहों ने पति की न्याय की मांग का समर्थन किया, यहां तक कि स्टाफ के सदस्यों ने भी डीटीसी के अनुचित व्यवहार के खिलाफ दिखे.
सरकार और जनता की प्रतिक्रिया
लोगों की नाराजगी बढ़ता देख सरकार ने रेड्डी का तबादला कर दिया और रायलसीमा जोन जेटीसी कृष्णवेनी के नेतृत्व में जांच का आदेश दिया. पीड़िता और उसके पति का बयान दर्ज किया गया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. वहीं, वाईएसआर डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर चेरुकुरी श्रीधर ने मामले की जांच करने और तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के लिए पांच महिला अधिकारियों की एक समिति बनाई है.
मंत्री ने कदम उठाया
मंत्री रामप्रसाद रेड्डी ने पीड़िता और उसके परिवार को न्याय का आश्वासन देते हुए कहा कि आरोपी को उचित सजा मिलेगी. हालांकि, सार्वजनिक संगठनों और कार्यकर्ताओं का कहना है कि, आरोपी के खिलाफ सही से कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए आपराधिक कार्यवाही और तत्काल बर्खास्तगी की आवश्यकता जोर दिया.
अफसर के खिलाफ परेशान करने वाला ट्रैक रिकॉर्ड
चंद्रशेखर रेड्डी पर बापटला, श्रीकाकुलम, गुंटूर और नेल्लोर में पिछली पोस्टिंग के दौरान इसी तरह के आरोप लग चुके हैं. इसके बावजूद, उसे कडप्पा में नियुक्त किया गया. वहीं, घटना से आहत पीड़िता अपने परिवार के साथ कडप्पा छोड़कर चली गई है. इस बीच, चंद्रशेखर रेड्डी फरार हो गया है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, जनता न केवल गहन जांच की मांग कर रही है, बल्कि न्याय को बनाए रखने और आगे इस तरह के कदाचार को रोकने के लिए निर्णायक कार्रवाई की मांग भी कर रही है.
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