पटना: बिहार में मानसून धीरे-धीर सक्रिय (Monsoon in Bihar) होता दिख रहा है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना (Patna Meteorological Center) ने राज्य के 12 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना व्यक्त की है. इसको लेकर येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान के आधार पर आधार पर मुजफ्फरपुर, भोजपुर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, वैशाली, पटना, अरवल, जहानाबाद, गया, समस्तीपुर, दरभंगा सहित अन्य जिलों के लोगों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अनुसार अगले कई घंटों में मेघ गर्जन, वज्रपात और भारी बारिश की संभावना है. इस दौरान आम लोगों से अलर्ट रहने की अपील की गई है.
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येलो अलर्ट (Yellow Alert): भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.
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ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert): चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
ब्लू अलर्ट (Blue Alert): जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
रेड अलर्ट (Red Alert): जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
ग्रीन अलर्ट (Green Alert): कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.
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