पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha) ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से मुलाकात की. नई दिल्ली में नाॅर्थ ब्लॉक स्थित उनके कार्यालय कक्ष में जाकर विधानसभा अध्यक्ष ने गृह मंत्री से शिष्टाचार भेंट की. विजय सिन्हा और अमित शाह के बीच बिहार की राजनीति को लेकर चर्चा भी हुई. विधानसभा अध्यक्ष ने गृह मंत्री को बिहार विधान सभा का स्मृति चिन्ह भेंट के रूप में दिया.
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इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सदन में विवाद के बाद 26 मार्च को भी बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha) दिल्ली गए थे. हालांकि उस दौरान उनकी बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात नहीं हो पायी थी और उन्होंने उसे निजी काम से दिल्ली जाने का बात कही थी. उस दौरान भी उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की संभावना था.
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स्पीकर-सीएम विवाद के बाद दिल्ली दौरा: वैसे जब विधानसभा में चर्चा के दौरान स्पीकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच बहस हुई थी, तभी से चर्चा थी कि वे दिल्ली जाकर शीर्ष नेतृत्व से शिकायत कर सकते हैं. लेकिन तब मुलाकात नहीं हो पायी थी. अब अचानक दिल्ली जा उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की है.
जब विधानसभा में भड़क गए नीतीश: गौरतलब है कि पिछले दिनों लखीसराय में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Misbehave with Speaker Vijay Sinha in Lakhisarai) के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले को लेकर विपक्षी दलों और बीजेपी के विधायक लगातार सदन में हंगामा कर रहे थे. ऐसे में सीएम ने सदन में कहा कि मामले में कार्रवाई की जा रही है. बार-बार इस तरह से इस मुद्दे को सदन में उठाना सही नहीं है. इस दौरान सीएम और विधानसभा अध्यक्ष (Debate Between CM Nitish Kumar and Speaker Vijay Sinha ) के बीच तीखी बहस हुई थी.
सीएम ने इस दौरान सदन में कहा था कि सिस्टम संविधान से चलता है. किसी भी क्राइम की रिपोर्ट कोर्ट में जाती है, सदन में नहीं जाती है. कृपया करके ज्यादा मत करिए जो चीज जिस का अधिकार है, उसको करने दीजिए. किसी तरह का भ्रम है, तो बातचीत की जाएगी. इस मामले को अकारण आगे बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है. आप संविधान देख लीजिए संविधान क्या कहता है.
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नीतीश की नसीहत पर स्पीकर ने क्या कहा?: वहीं सीएम के भड़कने के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा था कि कुर्की जब्ती नहीं हुई है. इसका जवाब नहीं दिया जा सका. आप ही बता दें कि सदन कैसे चलेगा, वैसे ही चलाएंगे. सदन में जब प्रश्न आया कि कुर्की जब्ती कब होगी, उसी में एक मामला जोड़ा गया जिसमें सारे विधायकों ने तीन बार हंगामा किया. हमने आग्रह किया कि विशेषाधिकार कमेटी में मामला चल रहा है, उसपर चर्चा नहीं होगी. मामला उठा कि आयोजनकर्ता व उद्घाटनकर्ता की आजतक अरेस्टिंग नहीं हुई है. इस मामले को सरकार ने क्यों गंभीरता से नहीं लिया? पुलिस द्वारा लखीसराय की घटना पर खानापूर्ति की जा रही है. जहां तक संविधान की बात है तो मुख्यमंत्री जी आप हमसे ज्यादा जानते हैं, मैं आपसे सीखता हूं.
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