पटना: बिहार की राजधानी पटना से इस वक्त एक बड़ी खबर मिल रही है. जानकारी के अनुसार, बिहार में होने वाली सभी तरह की परीक्षा ( Exam In Bihar ) पर रोक लगा दी गई है. हालांकि इस बाबत गृह विभाग ( Bihar Home Department ) की ओर से औपचारिक घोषणा नहीं हुआ है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, गृह विभाग ने शिक्षा विभाग ( Education Department ) को निर्देश दिया है कि अगले आदेश तक किसी तरह के परीक्षा का आयोजन नहीं करना है.
दरअसल, गृह विभाग ने पूर्व के आदेश को किया संशोधित किया है. बता दें कि 5 जुलाई 2021 के आदेश में कहा गया था कि विश्वविद्यालय, कॉलेज परीक्षा ले सकते हैं. लेकिन अपने आदेश में संशोधन करते हुए गृह विभाग ने निर्देश जारी किया है कि विश्वविद्यालय फिलहाल परीक्षा नहीं ले सकते हैं.
जानकारी के अनुसार, परीक्षा कब होगी, इस बारे में फैसला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (CMG) की बैठक में लिया जाएगा. यह बैठक 5 या 6 अगस्त को होने की आशंका जताई जा रही है.
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गौरतलब है कि बिहार में निजी स्कूल एसोसिएशन कक्षा 1 से 10 तक के स्कूल खोलने ( Reopen Schools In Bihar ) की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि अब कोरोना की स्थिति सामान्य हो गई है. बच्चों की पढ़ाई ज्यादा प्रभावित न हो इसे ध्यान मे रखते हुए सरकार को स्कूल खोलने का आदेश दे दना चाहिए.
बता दें कि बिहार में 12 जुलाई से कक्षा 11वीं और 12वीं के साथ ही कॉलेज खोले जा चुके हैं. शिक्षा मंत्री ने पहले यह स्पष्ट किया था कि स्कूल-कॉलेज खोलने से पहले कोरोना संक्रमण की स्थिति देखी जाएगी. उसके बाद ही स्कूल खोले जाे पर निर्णय लिया जाएगा.
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वहीं, स्कूल खोलने के मामले पर एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बयान दिया है कि अब स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि स्कूलों को फिर से खोलने पर सहमत हो जाना चाहिए.
डॉ गुलेरिया ने कहा कि स्कूल खुलने के कारण बच्चों के लिए सिर्फ सामान्य जीवन देना नहीं बल्कि एक बच्चे के समग्र विकास में स्कूली शिक्षा का महत्व बहुत मायने रखता है. उन्होंने आगे कहा कि ऑनलाइन क्लास से ज्यादा बच्चों का स्कूल जाना जरूरी है. भारत में अन्य देशों की तुलना में कोरोना से संक्रमित बच्चों के मामले बहुत कम है.