पटना: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी 67वीं का बवाल कम नहीं हो रहा है. पीटी की परीक्षा दो दिन आयोजित करने और परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम लागू किए जाने के विरोध में (aspirants protest against changing in bpsc exam)पटना में 10,000 से अधिक बीपीएससी अभ्यर्थी बुधवार को सड़कों पर उतरे आए हैं और आयोग के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम लागू किया जा रहा है और इसके माध्यम से पूर्व में जो धांधली की गई थी, जिससे पैसे लिए गए थे, उन अभ्यर्थियों को बीपीएससी में सिलेक्शन कराने के लिए आयोग ने यह निर्णय लिया है.
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अभ्यर्थियों का हुजूम पहुंचा गांधी मैदानः पटना के मुसल्लहपुर हाट से हजारों की तादाद में अभ्यर्थी पैदल मार्च करते हुए गांधी मैदान पहुंचे. यहां विभिन्न क्षेत्रों से अभ्यर्थी आकर पहले से खड़े थे और फिर यहां से 10,000 से अधिक संख्या में अभ्यर्थियों ने बीपीएससी ऑफिस का के लिए पैदल मार्च निकाल दिया. अभ्यर्थियों के इस मार्च के वजह से गांधी मैदान के आसपास के इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई.
परसेंटाइल को सिस्टम पर आयोग क्लियर नहींः अभ्यर्थियों का कहना है कि वह सभी एक दिन ही परीक्षा देना चाहते हैं और दो दिन परीक्षा आयोजित कराना उन्हें मंजूर नहीं है. अभ्यर्थियों ने कहा कि परसेंटाइल सिस्टम को लेकर के भी आयोग क्लियर नहीं है और आयोग ने अब तक यह नहीं बताया है कि परसेंटाइल सिस्टम किस आधार पर तय किया जाएगा क्राइटेरिया क्या होगी. उन लोगों के मन में संदेह है कि कम नंबर लाने वाले सिलेक्शन हो जाएगा और अधिक नंबर वाले का नहीं होगा.
''पहली मांग यह है कि हमलोग दो शिफ्ट में परीक्षा नहीं दे सकते हैं. दूसरी मांग है कि आयोग आठ से नौ महीने में पूरी प्रक्रिया पूरी करे. हमलोगों को मिलने के लिए कहा गया था, उसके बाद परसेंटाइल सिस्टम पर फैसला लेने की बात कही गई थी'' - मनीष, प्रदर्शनकारी
''परसेंटाइल सिस्टम का पहले से कोई प्रावधान नहीं था. यह बदलाव बीच में लाया गया है. पीटी रद्द होने के बाद नियम कानून बदल रहे हैं. दो शिफ्ट में ये लोग कैसे एक समान परीक्षा ले लेंगे. कट ऑफ फिर सही कैसे होगा'' - विनय कुमार आलोक, प्रदर्शनकारी
नोटिफिकेशन के वक्त परसेंटाइल सिस्टम की नहीं हुई बात: बीपीएससी की परीक्षा में बदलाव को लेकर आक्रोशित अभ्यर्थियों ने कहा कि परीक्षा का जब नोटिफिकेशन निकला था, उस समय परसेंटाइल सिस्टम की कोई बात नहीं थी. फॉर्म भर देने के बाद परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है. यह गलत है. किसी भी पब्लिक सर्विस कमीशन में परसेंटाइल सिस्टम नहीं है ऐसे में अभ्यर्थियों की मन में संदेह है कि बीपीएससी परसेंटाइल सिस्टम के माध्यम से फिर से धांधली करना चाहती है. बीपीएससी में धांधली के वजह से इसकी छवि देशभर में पहले ही खराब हो चुकी है और आयोग इस से बाज नहीं आ रहा है. अभ्यर्थियों ने कहा कि हजारों की तादाद में मौजूद अभ्यर्थी बीपीएससी ऑफिस और सीएम हाउस का घेराव करने जा रहे हैं.
''परसेंटाइल सिस्टम से बहुत दिक्कत है. एक तो आयोग ने क्लियर नहीं किया है कि परसेंटाइल सिस्टम लाकर वोलोग क्या करने वाले हैं. परसेंटाइल सिस्टम से कभी भी बच्चों का भला नहीं हुआ है, ऐसे सिस्टम वाले किसी भी परीक्षा का उदारण उठा कर देख सकते हैं '' -सुप्रिया वर्मा, प्रदर्शनकारी
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