पटना: तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले में हुये फिजूलखर्ची की नये सिरे से जांच कराई जायेगी. इस बात की जानकारी नीतीश सरकार के नये भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने दी. कार्यभार संभालने के बाद मंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक की और कई दिशा निर्देश दिये. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिये हर संभव प्रयास करेंगे.
अशोक चौधरी ने कहा कि पूर्व भवन मंत्री ने इस पर जांच कराया था लेकिन मैं उसे नए सिरे से देखूंगा कि मामला कहां तक पहुंचा है. बता दें कि डिप्टी सीएम रहते हुये तेजस्वी यादव को 5 देशरत्न मार्ग पर जो सरकारी बंग्ला मिला था उसमें तेजस्वी यादव की तरफ से फिजूलखर्जी और सरकारी धन के दुरुपयोग की बात सामने आई थी. इसे लेकर सुशील मोदी ने खूब हाय तौबा मचाया था. जिसके बाद सरकार ने इसमें जांच करने का फैसला लिया था.
कोर्ट के आदेश के बाद खाली किया था बंगला
बता दें कि काफी हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद तेजस्वी यादव का सरकारी बंगला खाली कराया गया था. तेजस्वी यादव ने सरकारी बंगला खाली नहीं करने के लिये पटना हाईकोर्ट में याचिका डाली थी. हाईकोर्ट से याचिका रद्द होने के बाद उन्होंने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने भी तेजस्वी यादव की याचिका को खारिज कर दी और 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था.
जीतन राम मांझी पर बयान
वहीं जीतन राम मांझी के इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के शामिल होने के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं हैं. नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था. अब शायद उन्हें एहसास हुआ होगा, लिहाजा वो नीतीश कुमार के साथ रिश्ते सुधारने के लिये काम कर रहे हों.