पटना: बिहार में अभी भी फर्जी सिम लेकर व्यवसायी से रंगदारी मांगने की घटनाएं कम नहीं हुई है. एक ऐसे ही मामले का खुलासा करते हुए एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार (ADG JS Gangwar disclosed extortion case) ने सख्त लहजे में कहा है कि अब फर्जी पहचान पत्र पर सिम लेने वाले और अकाउंट खुलवाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. बिहार के तीन अपराधियों ने राजस्थान के व्यवसायी से फर्जी पहचान पत्र पर सिम निकाल कर रंगदारी की मांग की थी. इसी मामले का एडीजी मुख्यालय ने खुलासा किया है.
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फर्जी सिम से राजस्थान के व्यवसायी से मांगी थी रंगदारीः रंगदारी का मामला बिहार के दरभंगा जिला से जुड़ा हुआ है. दरअसल, यहां के तीन अपराधी जिसमें से एक बेघड़ा और दो अलीनगर के रहने वाले हैं. इन तीनों ने मिलकर पहले फर्जी पहचान पत्र के माध्यम से फर्जी सिम हासिल की और फिर उसी फर्जी पहचान पत्र के आधार पर बैंक में खाता खुलवाने के बाद राजस्थान के जोधपुर के रत्नवर के एक कारोबारी से पांच लाख रुपए की रंगदारी की मांग कर दी.
अपराधियों को ट्रांजिट रिमांड पर जोधपुर पुलिस ले गई साथः पूरे मामले का अब पाटाक्षेप हो चुका है इस बात की जानकारी आज एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रेसवार्ता के दौरान दी है. एडीजी ने बताया कि इन सभी की गिरफ्तारी के बाद ट्रांजिट रिमांड पर जोधपुर पुलिस अपने साथ वहा ले गई है. वहां मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी कर सभी से पूछताछ भी शुरू कर दी गई है. इस मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस मुख्यालय की नींद उड़ चुकी है.
बैंक और टेलिकाॅम कंपनियों के साथ करेंगे बैठकः एडीजी मुख्यालय का कहना है की जब RBI और टेलीकॉम कंपनियों का रूल है कि वो बिना सत्यापन के न तो सिम कार्ड किसी को देना है और न ही बैंक खाता खोलना है. इसके बावजूद ये दोनों काम कैसे हो गया अब बिहार पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है. जल्द ही टेलीकॉम कंपनियों और बैंक के शीर्ष अधिकारियों के साथ हमलोग बैठक करेंगे. ताकि आगे से ये गड़बड़ी दोबारा न हो. जिले के एसपी को भी यह निर्देश भेजे जा रहे हैं कि वो अपने स्तर पर भी बैंक के स्थानीय अधिकारी और टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारियों से वार्ता कर यह सुनिश्चित करें की आगे यह गड़बड़ी ना हो.
"राजस्थान के व्यवसायी से रंगदारी मामले में आरोपी सभी बदमाशों को गिरफ्तारी के बाद ट्रांजिट रिमांड पर जोधपुर पुलिस अपने साथ वहा ले गई है. वहां मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी कर सभी से पूछताछ भी शुरू कर दी गई है. ब RBI और टेलीकॉम कंपनियों का रूल है कि वो बिना सत्यापन के न तो सिम कार्ड किसी को देना है और न ही बैंक खाता खोलना है. इसके बावजूद ये दोनों काम कैसे हो गया अब बिहार पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है" - जितेंद्र सिंह गंगवार, ADG पुलिस मुख्यालय