पटना: राजधानी पटना में खेतों में किसानों द्वारा पराली जलाए जाने वाली खबर पर ईटीवी भारत (ETV Bharat) की खबर का असर हुआ है. सरकार (Government) द्वारा खेतों में पराली जलाने पर रोक के बावजूद कई किसान (Farmers) खेतों में पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे में ईटीवी भारत पर खबर चलने के बाद कृषि विभाग ने खबर पर संज्ञान लेते हुए आठ किसानों पर कार्रवाई की है.
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खेतों में पराली जलाने से न केवल मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है बल्कि वातावरण प्रदूषित होता है. जिसको लेकर सरकार लगातार किसानों के बीच गांव-गांव में जन जागरण अभियान चला रही है. खेतों में पराली ना जलाएं इसके बावजूद कई किसान दिन के बजाय रात में कार्रवाई के डर से पराली जलाते नजर आ रहे हैं.
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ईटीवी भारत पर ऐसे में खबर चलाने के बाद मसौढ़ी में कृषि विभाग ने संज्ञान लेते हुए जांच कर 8 किसानों पर कार्रवाई की है. कृषि पदाधिकारी शकील अहमद खान ने बताया कि भगवान गंज थाना क्षेत्र के तकरीबन कई किसानों की जांच की गई है जिसमें 8 किसानों ने अपने खेतों में पराली जलाई है. इन किसानों पर कार्रवाई करते हुए सरकार की 3 साल तक सभी योजनाओं का लाभ लेने से किसानों को वंचित कर कर दिया गया है.
'किसानों का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया है. किसान अब 3 साल तक किसी भी सरकार की योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं. इस मामले में आईपीसी धारा 435 के तहत कार्रवाई की जाती है. मामले में दोषी पाए जाने पर किसान को 7 साल की कैद के साथ ही जुर्माना भी लग सकता है.' : शकील अहमद खान, कृषि पदाधिकारी
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बताते चलें कि पटना के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों धान की कटनी शुरू हो गई है. धान की कटनी होने के बाद खेतों में बचे पराली को किसान खेत में ही जला दे रहे हैं. ईटीवी भारत के माध्यम से कृषि पदाधिकारी ने सभी किसानों से अपील की है कि खेतों में पराली ना जलाएं.
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