पटनाः चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ ( Chhath Puja 2021 ) आज (सोमवार) से शुरु हो रहा है. इसको लेकर आज से छठ घाटों पर सुरक्षा के लिए प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किया गया है. ज्ञात हो कि 8 नवंबर को कद्दू-भात और 9 नवंबर को खरना से पहले व्रती स्नान करने कर प्रसाद तैयार करने के लिए जल ले जाती हैं. वहीं 10 और 11 नवंबर को अर्घ्य के लिए पहुंचने वाले व्रतियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार की ओर से पुलिस बलों के अलावा एनडीआरएफ(NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की तैनाती की गई है.
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इसी के तहत लेकर पटना के गंगा घाटों पर लगातार आला अधिकारियों से लेकर नेताओं की ओर से गंगा घाटों का निरीक्षण कर महापर्व छठ पर सुरक्षा के मानकों को तय किया गया. मानकों के आधार पर एनडीआरएफ की टीम पटना के गांधी घाट सहित सभी घाटों पर गस्त कर रही है.
एनडीआरएफ के कुल 400 जवान वाटर एंबुलेंस और मेडिकल टीम घोटों पर कैंप कर रही है. वाटर एंबुलेंस की मदद से रोगियों को जल मार्ग से अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है ताकि सड़कों पर भीड़-भाड़ होने पर इसका विकल्प का उपयोग हो सके.
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एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट कुमार बालचंद्र ने बताया कि इस बार गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिसके कारण श्रद्धालुओं को समस्या ना हो इसको ध्यान में रखकर प्लान तैयार किया गया है. पटना में कुल 7 एनडीआरएफ की टीमों को घाटों पर लगाया है. बिहार के अन्य 7 जिलों में भी मेरी एनडीआरएफ की 7 टीम काम कर रही है.
उन्होंने साफ तौर पर बताया कि दानापुर के पीपा पुल घाट से लेकर पटना सिटी के भट्ठा घाट तक यह टीम पूरी तरह से तैनात रहेगी. इसके लिए 70 मोटर बोट और 400 जवान शामिल रहेंगे. सबसे अहम बात बता दूं कि इस बार रिवर (वाटर) एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है. अनहोनी होने पर भीड़भाड़ से बचा जा सके इसके लिए पानी के माध्यम से ही हॉस्पिटल पहुंचाया जा सके. साथ-साथ पटना के दीघा घाट, गांधी घाट एवं गाय घाट पर भी मेडिकल टीम भी मौजूद रहेगी. इसमें फार्मासिस्ट और डॉक्टर मौजूद रहेंगे.