पटनाः राजधानी में सितंबर महीने में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ जाता है. डेंगू और मलेरिया की गंभीरता कोदेखते हुए पटना मेडिकल कॉलेज और हॉस्पीटल में इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. अस्पताल में अलग से 30 बेड का स्पेशल वार्ड बनाया जा रहा है.
की जा रही बेहतर व्यवस्था
पीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. अरुण अजय ने बताया कि पिछले साल भी अस्पताल में बेहतर व्यवस्था थी. डेंगू और मलेरिया की मोर्टालिटी रेट 0.1प्रतिशत रही थी और इस बार उससे भी बेहतर तैयारी की गई है. उन्होंने बताया कि 30 बेड का अलग से स्पेशल वार्ड डेंगू और मलेरिया के मरीजों के लिए बन रहा है. जो जल्द ही यह शुरू हो जाएगा.
डेंगू और मलेरिया हैं प्रीवेंटिव बीमारी
डॉ. अरुण अजय ने कहा कि यह एक प्रीवेंटिव बीमारी है और कुछ बातों का ध्यान रखकर लोग इससे बच सकते हैं. उन्होंने कहा कि इन बिमारियों से बचने के लिए अपने घरों के आसपास सफाई रखनी चाहिए. साथ ही कहीं पानी जमा नहीं होने देना चाहिए.
मच्छरों का खतरा
पीएमसीएच की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सीमा कुमारी ने कहा कि डेंगू और मलेरिया से सावधान रहकर बचाव किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अपने घरों से बाहर निकले समय लोग फुल स्लीव की शर्ट पहन कर निकले ताकि मच्छरों का खतरा कम हो.
समय-समय पर करे छिड़काव
डॉ. सीमा कुमारी ने कहा कि सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें और घर के आस पास समय-समय पर छिड़काव करते रहे. उन्होंने कहा कि अगर लोग एहतियात बरतेंगे तो इस बीमारी से बचा जा सकता है. बता दे कि पिछले साल डेंगू का पटना में काफी प्रकोप रहा था.