नालंदा: जिले में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले 22 दिनों से सीएए के विरोध में धरना जारी है. इसके विरोध में बिहारशरीफ के कोनासराय मोहल्ले से कैंडल मार्च भी निकाला गया और सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग की गई.
बिहारशरीफ के 11 जगहों पर विरोध
दिल्ली के शाहिन बाग के तर्ज पर सीएए के विरोध में बिहारशरीफ के 11 जगहों पर धरना दिया जा रहा है. शहर के सोहडीह, खसगंज, कागजी मोहल्ला, बारादरी सहित अन्य जगहों पर धरना दिया जा रहा है. लोगों का कहना है कि जबतक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेगी, तबतक यह विरोध जारी रहेगा.
केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन
इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने सीएए को संविधान और राष्ट्र विरोधी बताया. संविधान भारत के हर व्यक्ति को बराबरी का हक देती है, जिसे केंद्र सरकार खत्म करना चाहती है. देश में हर दिन विरोध प्रदर्शन जारी है, लेकिन केंद्र सरकार आंखों पर काली पट्टी बांधकर बैठी हुई है. देश की एक बड़ी आबादी केंद्र सरकार के बनाए गए काले कानून के विरोध कर रही है.
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