नालंदा: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (67th BPSC Combined Preliminary Examination) रद्द होने के बाद इस पर सियासत शुरू हो गई है. विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने पेपर लीक होने पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जहां सरकार को घेरा तो तेज प्रताप यादव ने आरसीपी टैक्स का जिक्र किया है. वहीं, हम प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने लालू-राबड़ी शासनकाल की याद दिलाई हैं.
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बिहार के नालंदा जिले में एक कार्यक्रम में पहुंचे वीआईपी प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni on BPSC PT Paper Leak) ने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) की परीक्षा को लेकर हुई गड़बड़ी से छात्र उबर भी नहीं पाए थे कि आज सरकार ने बिहार लोक सेवा आयोग की 67 वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक हो गया जो छात्रों के भविष्य के लिए नीम पर करैला साबित हुआ.
''भले ही इस पेपर लीक के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया, लेकिन उन छात्रों का इस प्रकरण में क्या दोष, जो परीक्षा की तैयारी कर परीक्षा केंद्र पहुंचे थे. लाखों बच्चों की सालों की जी तोड़ मेहनत, त्याग, कष्ट, उम्मीदें, सपने, सैंकड़ों किलोमीटर दूर केंद्र तक की यात्रा, कोचिंग-किताबों का खर्च पर आज बीपीएससी के अध्यक्ष के गैर जिम्मेदार रवैया ने पानी फेर दिया." - मुकेश सहनी, वीआईपी प्रमुख
तेजस्वी यादव ने क्या कहा? : इससे पहले, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले में ट्वीट किया. उन्होंने एक तरफ जहां छात्रों के हित को देखते हुए ट्वीट किया तो वहीं दूसरी ओर आयोग को लेकर भी बड़ी बात कह दी. तेजस्वी ने लिखा- "बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब 'बिहार लोक पेपर लीक आयोग' कर देना चाहिए."
बीपीएससी पेपर लीक पर भड़के तेजप्रताप यादव: तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर लिखा, "नाकामी की पराकाष्ठा पार कर चुकी इस कुशासन को तनिक शर्म भी नहीं आती, #BPSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा को भी RCP TAX के हवाले बेच दिया..! #BPSCpaperleak से बिहार शर्मसार हुआ है। जात-पात, कुर्सी की लालच और पार्टी फंड के चक्कर में बेरोज़गार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बंद किजीए साहिब.!"
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हम प्रमुख ने क्या कहा? : इधर, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को राजद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिनके शासनकाल में बीपीएससी सीएम हाउस की कठपुतली बन गई थी, रिजल्ट सेटिंग के कारण बीपीएससी अध्यक्ष तक को जेल जाना पड़ा आज वही लोग सरकार के काम-काज पर सवाल उठा रहे हैं! उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामले पर सरकार कारवाई कर रही है, युवाओं के भविष्य से खेलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे कोई हो.
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पेपर लीक पर चिराग ने जताई चिंता : चिराग पासवान (Chirag paswan on BPSC PT Paper Leak) ने ट्वीट कर लिखा, "बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग का पेपर लीक होने की घटना चिंता का विषय है. प्रदेश में इतना बड़ा पेपर लीक होना सरकार की नाकामी को दर्शाता है. आखिर कब तक बिहार के युवाओं के भविष्य के साथ ऐसे ही खिलवाड़ होता रहेगा. आज इस घटना ने पूरे देश में बिहार प्रदेश को शर्मसार कर दिया है. क्या इसका कोई जवाब है आपके पास नीतीश कुमार जी?''
बीपीएससी पेपर लीक मामले में अब तक?: 67वीं बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन पीटी पेपर लीक के बाद अब इस परीक्षा को रद्द कर दिया है. सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने के बाद बीपीएससी ने तीन सदस्यी टीम बनाई गई. इस टीम ने मात्र 3 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद बीपीएससी ने इस परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है. कमेटी ने बीपीएससी के अध्यक्ष आरके महाजन को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके आधार पर परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है. इस बीच, आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया पर परीक्षा के वायरल प्रश्न पत्र मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी गई है.
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