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नालंदा: सर्दियों का मौसम शुरू होते ही पहुंचने लगे हैं देश-विदेश से हजारों पर्यटक - Bihar Tourism

इस बार यहां ठंड के मौसम के शुरुआत में ही भारी संख्या में विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं. प्रतिदिन यहां हजारों पर्यटक विश्वविद्यालय का भम्रण कर रहे हैं.

नालंदा
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Published : Nov 24, 2019, 11:25 AM IST

नालंदा: प्राचीन बिहार में नालंदा को ज्ञान केंद्र कहा जाता था. नालंदा घूमने के लिए हर साल यहां लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. इस साल सर्दियों के मौसम आते ही देश ही नहीं विदेशों से भी हजारों पर्यटक पहुंच रहे हैं. घूमने के बाद सभी काफी खुश नजर आ रहे हैं.

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय पूरे दुनिया में काफी प्रसिद्ध था. नालंदा हमेशा से पर्यटकों को अपने तरफ आकर्षित करता रहा है. विश्वविद्यालय के भवनाशेष को देखने के लिए पर्यटक यहां पहुंचते हैं. इस बार यहां ठंड के मौसम के शुरुआत में ही भारी संख्या में विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं. प्रतिदिन यहां हजारों पर्यटक विश्वविद्यालय का भम्रण कर रहे हैं.

पर्यटकों का बयान

ये भी पढ़ें: सोनपुर मेले में CID ने किया सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, फिल्मी गीतों पर जमकर थिरके लोग

'सभी को घूमना चाहिए'
नालंदा घूमने आए पर्यटकों का कहना है कि यहां आकर बहुत अच्छा लगा. इस विश्व धरोहर को सभी को घूमना चाहिए. यह एक ऐतिहासिक स्थल है. यहां से बहुत कुछ सीखने वाली चीजे हैं. इससे लोगों में ज्ञान भी बढ़ेगा. पढ़ाई को लेकर यह स्थल प्रेरणादायक है.

नालंदा: प्राचीन बिहार में नालंदा को ज्ञान केंद्र कहा जाता था. नालंदा घूमने के लिए हर साल यहां लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. इस साल सर्दियों के मौसम आते ही देश ही नहीं विदेशों से भी हजारों पर्यटक पहुंच रहे हैं. घूमने के बाद सभी काफी खुश नजर आ रहे हैं.

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय पूरे दुनिया में काफी प्रसिद्ध था. नालंदा हमेशा से पर्यटकों को अपने तरफ आकर्षित करता रहा है. विश्वविद्यालय के भवनाशेष को देखने के लिए पर्यटक यहां पहुंचते हैं. इस बार यहां ठंड के मौसम के शुरुआत में ही भारी संख्या में विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं. प्रतिदिन यहां हजारों पर्यटक विश्वविद्यालय का भम्रण कर रहे हैं.

पर्यटकों का बयान

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'सभी को घूमना चाहिए'
नालंदा घूमने आए पर्यटकों का कहना है कि यहां आकर बहुत अच्छा लगा. इस विश्व धरोहर को सभी को घूमना चाहिए. यह एक ऐतिहासिक स्थल है. यहां से बहुत कुछ सीखने वाली चीजे हैं. इससे लोगों में ज्ञान भी बढ़ेगा. पढ़ाई को लेकर यह स्थल प्रेरणादायक है.

Intro:नालंदा। ज्ञान का प्रमुख केंद्र नालंदा आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है । विश्व धरोहर प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष को देखने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटकों का आगमन होता रहता है । सर्दियों के मौसम की शुरुआत के साथ ही प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय पर्यटकों से पूरी तरह गुलजार हो गया है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों का आगमन हो रहा है। प्रतिदिन हजारों देशी-विदेशी पर्यटक प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का अवलोकन कर रहे हैं और इसके खूबसूरती और इसके महत्व को जान कर अभिभूत हो रहे हैं।


Body:मालूम हो कि नालंदा विश्वविद्यालय ज्ञान का प्रमुख केंद्र हुआ करता था और यहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी साथ रहकर अध्ययन करते थे । अध्ययन अध्यापन का यह प्रमुख केंद्र रहा है करीब700 सालो तक दुनिया मे ज्ञान की रौशनी फैलाने का काम किया था। उसी के भग्नावशेष आज यहां मौजूद है जो की आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है जिसे देखने के लिए लोग यहां खिंचे चले आते है।
बाइट। एम के सिन्हा, आई जी हैदराबाद
बाइट। आयुषी जैन, छात्रा
बाइट। विनय अलंकारा, पर्यटक, बांग्लादेश
बाइट। शंकर शर्मा, सहायक अधीक्षण, पुरातत्वविद


Conclusion:
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