मधुबनी: जिले में स्वच्छ भारत अभियान की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. नगर पंचायत झंझारपुर में लगे कूड़े-कचरे के ढेर स्वच्छता अभियान की पोल खोलते दिख रहे हैं. वहीं, दिपावली का त्योहार भी नजदीक है. फिर भी नगर पंचायत की कुम्भकर्णीय नींद टूटने का नाम नहीं ले रही है.
कागजों में हो रही नाले की सफाई
नगर पंचायत झंझारपुर के वार्ड नंबर 9 में कूड़े का अंबार लगा हुआ है. यहां कूड़े के अलावा नालों का भी बुरा हाल है. इलाके के लोगों की मानें तो यहां कागजों पर तो नाले की सफाई हो रही है, लेकिन धरातल पर हाल कुछ और ही है. वार्ड के निवासी नंदन कुमार ने बताया की यहां कभी भी नाले की सफाई नहीं की जाती है. कई दिनों से नाला जाम है. इस कारण नाले से दुर्गंध आने लगी है. इलाके के लोगों ने कहा कि गंदगी के कारण यहां महामारी फैलने की संभावना है. मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. लोगों ने बताया कि सफाई के नाम पर नगर पंचायत एक महीने में 5 लाख रूपये से ज्यादा खर्च कर रही है. फिर भी इलाकों में सफाई नहीं दिख रही है.
नगर पंचायत पर लूट-खसोट का आरोप
इलाके के लोगों ने नगर पंचायत प्रशासन पर लूट-खसोट करने का आरोप लगाया है. आरोप है कि नगर पंचायत लूट खसौट में है लगी हुई है. इलाके के लोगों ने बताया कि नए अध्यक्ष से आस थी कि अब यहां का कायाकल्प होगा, साफ-सफाई चाक-चौबंद रहेगी. लेकिन सब धरा का धरा रह गया. वहीं, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया सफाई पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है. एनजीओ के माध्यम से सफाई की जाती है. इसका टेंडर निरस्त कर दिया जाएगा. बता दें कि नगर पंचायत में नाबालिग बच्चों के जरिए सफाई का काम करवाया जा रहा है. पदाधिकारी ने बताया कि व्यवस्था ठीक नहीं होने पर एनजीओ को हटाया जा सकता है.