कटिहार: जिले के पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर अरविंद कुमार को निगरानी विभाग ने 16 लाख रुपये घूस लेते हुए पटना में गिरफ्तार किया था. इसके बाद भागलपुर से आई निगरानी विभाग की टीम ने अरविंद के कटिहार कार्यालय में छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान मिले कई सुराग
भागलपुर निगरानी विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई सुराग हाथ लगे हैं, जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि टॉप लाइन से जुड़े 5 करोड़ से अधिक की पेंडिंग बिल और महत्वपूर्ण कागजात मिले हैं. कई फाइलों को खंगालकर मामले की कार्रवाई की जा रही है.
पहले भी हो चुकी है ऐसी कार्रवाई
ट्रैप का यह मामला निगरानी विभाग का पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई अधिकारी विभाग के ऐसे जाल में फंस चुके हैं. 3 महीने पहले कटिहार के ग्रामीण विकास विभाग के रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर सुखदेव महतो के भवन को भी निगरानी विभाग ने जब्त किया था. इंजीनियर के पटना स्थित जक्कनपुर में करोड़ों रुपये के आलीशान भवन को आय से अधिक संपत्ति के होने के मामले में यह कार्रवाई की गई थी.
बिहार विशेष न्यायालय - 2009 के अधिनियम के तहत संपति जप्ती के स्पेशल कोर्ट आर्डर के बाद यह कार्रवाई की गई थी.