कटिहार: राज्य में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश के कारण सूबे के अधिकतर जिले बाढ़ और जलजमाव से जूझ रहे हैं. कटिहार में भी भारी बारिश के कारण जलजमाव और बाढ़ जैसी समस्या उत्पन्न हो गई थी. बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण जिले के छह प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात थे. जिससे लगभग 3 लाख लोग प्रभावित हुए थे. वहीं, 20 दिन से भी ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी निचले इलाकों से पानी नहीं निकल पाया. जिसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रविवार को राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने प्रभावित इलाकों को दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लोगों का हाल जाना.
ट्यूब की नाव से आवागमन कर रहे लोग
कटिहार नगर निगम के लोहियानगर, महंत नगर और ललियाही इलाके में जलजमाव की समस्या है. इन इलाकों में 5 से 7 फीट पानी भरा हुआ है. जिसके चलते इलाके के लोग ट्यूब की नाव बना कर आवागमन कर रहे हैं. लोगों की मानें तो पिछले 1 महीने से बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं. लोग घरों में कैद हो गए हैं. इलाके के सोनू चौधरी बताते हैं पिछले 1 महीने से यहां पानी भरा हुआ है. उन्होंने बताया कि अभी तक नगर निगम की ओर से पानी निकालने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इलाके के बुजुर्गों को आने-जाने में दिक्कत होती है.
आंदोलन की चेतावनी
जलजमाव वाले इलाके का दौरा करने पहुंचे राजद नेता समरेंद्र कुणाल बताते हैं कि नगर निगम वार्ड संख्या 12 के लगभग 200 घर बाढ़ से प्रभावित हैं. कारी कोसी नदी का पानी इलाके में भर गया है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति इतनी भयावह है कि बिजली के तार भी बांस के खंभे पर टिके हुए हैं. जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. उन्होंने जिला प्रशासन और नगर निगम से मांग की है कि इस इलाके के लोगों का 1 साल का टैक्स फ्री करें और 24 घंटे के अंदर पानी निकालने का काम करें. उन्होंने कहा कि अगर 24 घंटे में पानी निकालने का काम नहीं किया गया तो सभी लोग सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे. उन्होंने कटिहार-मनिहारी मुख्य सड़क को जाम करने का चेतावनी भी दी है.