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गया: आतंकवाद में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए किया गया पिंडदान - pinddaan in gaya

समाजसेवी बिमलेन्दु चैतन्य ने बताया कि वह पुर्नजन्म में विश्वास रखते है, इसलिए वो मानते हैं कि पुर्नजन्म यदि हो तो मनुष्य एक अच्छे इंसान के रूप में जनहित के लिए कार्य करें.

गयाजी में पिंडदान
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Published : Sep 28, 2019, 12:03 AM IST

गया: देश में पहली बार आतंकवाद और उग्रवाद में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए गयाजी में पिंडदान किया गया. समाजसेवी बिमलेन्दु चैतन्य ने यह पिंडदान किया.

पिंडदान के दौरान ये कामना की गई कि मारे गए उग्रवादियों और आतंकवादियों का पुनर्जन्म एक अच्छे इंसान के शरीर में हो. जिससे वे लोग एक अच्छे इंसान के रूप में हिंदुस्तान की समृद्धि, विकास और एकता के लिए काम कर सकें.

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बिमलेन्दु चैतन्य पिंडदान करते हुए

आतंकवादियों की आत्मा को मिले शांति
पिंडदान करने के बाद बिमलेन्दु चैतन्य ने कहा कि गयाजी मोक्ष की भूमि है. आतंकवाद और उग्रवाद में मारे गए लोगों की आत्मा के शांति का सोचकर हमने पिंडदान किया है. उन्होंने कहा कि मैंने ईश्वर से कामना की है कि उन्हें एक बार मौका मिले और वे मनुष्य के रूप में जन्म लें. साथ ही, उन्हें प्राश्चित करने का मौका मिले. जिन्होंने देश को तोड़ने और बांटने के लिए लोगों को मारा, उन्हें एक बार प्राश्चित करनी चाहिए.

गया जी में किया गया आतांकवादियों के लिए पिंडदान

पुर्नजन्म में है विश्वास
समाजसेवी ने बताया कि वह पुर्नजन्म में विश्वास रखते हैं, इसलिए वह मानते हैं कि पुर्नजन्म यदि हो तो मनुष्य एक अच्छे इंसान के रूप में जनहित के लिए कार्य करें.

गया: देश में पहली बार आतंकवाद और उग्रवाद में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए गयाजी में पिंडदान किया गया. समाजसेवी बिमलेन्दु चैतन्य ने यह पिंडदान किया.

पिंडदान के दौरान ये कामना की गई कि मारे गए उग्रवादियों और आतंकवादियों का पुनर्जन्म एक अच्छे इंसान के शरीर में हो. जिससे वे लोग एक अच्छे इंसान के रूप में हिंदुस्तान की समृद्धि, विकास और एकता के लिए काम कर सकें.

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बिमलेन्दु चैतन्य पिंडदान करते हुए

आतंकवादियों की आत्मा को मिले शांति
पिंडदान करने के बाद बिमलेन्दु चैतन्य ने कहा कि गयाजी मोक्ष की भूमि है. आतंकवाद और उग्रवाद में मारे गए लोगों की आत्मा के शांति का सोचकर हमने पिंडदान किया है. उन्होंने कहा कि मैंने ईश्वर से कामना की है कि उन्हें एक बार मौका मिले और वे मनुष्य के रूप में जन्म लें. साथ ही, उन्हें प्राश्चित करने का मौका मिले. जिन्होंने देश को तोड़ने और बांटने के लिए लोगों को मारा, उन्हें एक बार प्राश्चित करनी चाहिए.

गया जी में किया गया आतांकवादियों के लिए पिंडदान

पुर्नजन्म में है विश्वास
समाजसेवी ने बताया कि वह पुर्नजन्म में विश्वास रखते हैं, इसलिए वह मानते हैं कि पुर्नजन्म यदि हो तो मनुष्य एक अच्छे इंसान के रूप में जनहित के लिए कार्य करें.

Intro:देश में पहली बार आतंकवादियों और उग्रवादियों की आत्मा की शांति के लिए गयाजी में किया गया पिंडदान । Body:गया: संपूर्ण हिंदुस्तान में आतंकवाद और उग्रवादी गतिविधि में मारे गए आतंकवादी और उग्रवादी की आत्मा की शांति के लिए गयाजी में पिंडदान किया गया और यह कामना की गई की मारे गए उग्रवादी और आतंकवादी का पुनर्जन्म हो तो एक अच्छे इंसान के शरीर में उसकी आत्मा धारण कर हिंदुस्तान की समृद्धि विकास और एकता अखंडता के लिए काम करें। इसी कामना को लेकर देश में हुई आतंकवादी और उग्रवादी वारदातों में मारे गए उग्रवादी और आतंकवादियों की आत्मशांति के लिए पिंडदान किया गया।
वही पिंडदान करते समाजसेवी बिमलेन्दु चैतन्य ने कहा की गयाजी मोक्ष की भूमि है। आतांकवाद और उग्रवाद में मारे गए लोगो की आत्मा के शान्ति के लिए यह सोचकर आज हमने पिंडदान किया है की जो मारे गए है, एक बार हम ईश्वर से कामना करते है की उन्हें एक बार मौका मिले की  एक बार पुर्नजन्म में मनुष्य में जन्म ले। ताकि उन्हें प्राश्चित करने का मौका मिले। जिन्होंने देश को  तोड़ने लिए देश को बांटने के लिए लोगो की हत्याएं की। वो एक बार प्राश्चित कर सके।उन्होंने कहा की मैं पुर्नजन्म में विश्वाश रखता हूं। इसलिए मैं मानता हूं कि उनक पुर्नजन्म हो तो मनुष्य घर में जन्म हो और वे एक अच्छे इंसान के रूपमे कार्य करें। यही ईश्वर से कामना करता हूं।

बाइट- बिमलेन्दु चैतन्य, समाजसेवी।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
      गया
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