गया: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने मंगलवार को मगध क्षेत्र के गया समेत चार जिलों में हवाई सर्वेक्षण कर अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न संभावित सुखाड़ की स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण दो चरणों में किया. पहले चरण में मगध के 4 जिलों का जायजा लिया.
प्रथम चरण में मगध के चार जिलों का जायजा: जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रथम चरण में जहानाबाद, गया, औरंगाबाद और नवादा जिले के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस क्रम में जहानाबाद जिले के मोदनगंज, घोसी, मखदुमपुर, गया जिले के टेकारी, कोच, अमास, गुरूआ, गया टाउन, मोहनपुर, टनकुप्पा, वजीरगंज, औरंगाबाद जिले के गोह, रफीगंज, मदनपुर और नवादा जिले के मेसकौर, हिसुआ और नारदीगंज प्रखण्ड का हवाई सर्वेक्षण कर अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न संभावित सुखाड़ की स्थिति का बारीकी से जायजा लिया. हवाई सर्वेक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने नवादा जिले के फुलवरिया डैम के जलस्तर का भी अवलोकन किया.
दूसरे चरण में पटना की स्थिति का किया अवलोकन: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे चरण में पटना जिले के मोकामा टाल, बख्तियारपुर टाल, फतुहा टाल और अन्य टाल क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और वहां के जलस्तर की स्थिति का जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति के कारण सभी प्रभावित जिलों के प्रखंड, पंचायत और गांव स्तर तक शीघ्र सुखाड़ की स्थिति का ठीक से आंकलन कराएं और किसानों को सहायता देने के लिए पूरी तैयारी रखें. हवाई सर्वेक्षण के दौरान कृषि विभाग के सचिव एन. सरवन कुमार, आपदा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद रहे.
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