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Bhagalpur Blast Case: सिटी एसपी ने 3 डीएसपी, 4 इंस्पेक्टर और 5 एसएचओ से मांगी जांच रिपोर्ट

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Published : Apr 22, 2022, 10:21 AM IST

भागलपुर के काजवलीचक बम ब्लास्ट (Bhagalpur Kajvalichak bomb blast) मामले में सिटी एसपी ने तीन डीएसपी, चार इंस्पेक्टर और पांच एसएचओ से अब तक की जांच रिपोर्ट मांगी है. पुलिस अब तक की अपनी जांच में पटाखा से विस्फोट की बात कह रही है. इसी आधार पर सबूत भी जुटाये गये हैं. भागलपुर से लेकर कोलकाता तक खंगाला गया है. अभी भी मामले की जांच जारी है. पढ़ें पूरी खबर

Bhagalpur Blast Case
Bhagalpur Blast Case

भागलपुर: भागलपुर के काजवलीचक बम ब्लास्ट (Bhagalpur Blast Case) मामले में सिटी एसपी ने एसआईटी में शामिल 3 डीएसपी, चार इंस्ट्रक्टर और पांच एसएसओ से अब तक की जांच रिपोर्ट (SP seeks report in Bhagalpur blast) मांगी है. पुलिस ने अब तक की अपनी जांच में पटाखा ब्लास्ट की बात लाई है. पुलिस ने अब तक की अपनी जांच (Bhagalpur blast investigation) में पटाखे से विस्फोट की बात कह रही है. इस बिंदु पर सबूत जुटाये गये हैं. इस मामले में भागलपुर से लेकर कोलकाता तक खंगाला गया है. अभी भी इस मामले की जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें: बिहार को IED धमाकों से दहलाने की चल रही साजिश, IB ने सभी IG और जिलों के SP को भेजा अलर्ट

दो हुए थे गिरफ्तार, एक ने किया था सरेंडर: इस विस्फोट मामले की जांच में तीन डीएसपी, चार इंस्पेक्टर और पांच एसएचओ लगाए गए थे. एसआईटी में शामिल हर पुलिस पदाधिकारी को जांच में अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. डीआईजी सुजीत कुमार ने कुल 47 बिंदुओं पर जांच कर सबूत इकट्ठा करने का निर्देश दिया है. अपराध अनुसंधान विभाग की टीम भी जांच में पुलिस को सहयोग कर रही है. 3 मार्च की रात दिल दहला देने वाले बम ब्लास्ट में नवीन मंडल, आशीष गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मोहम्मद आजाद ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.


ब्लास्ट में 15 लोगों की गई थी जान: 3 मार्च की रात काजवलीचक में हुए भीषण ब्लास्ट में 6 घर ध्वस्त हुए थे और 15 लोगों की जान गई थी. पुलिस की अब तक की जांच में आया है कि पटाखा के विस्फोट से घटना घटी थी. लीलावती और महेंद्र के घर भारी मात्रा में पटाखा बना कर स्टॉक किया गया था. इसके अलावा बारूद भी था. कमरे में विस्फोट होने के कारण तबाही ज्यादा हुई थी. वारदात के बाद पुलिस ने अवैध विस्फोटक के धंधे का भागलपुर से लेकर कोलकाता तक का कनेक्शन खंगाला था.

पुलिस ने हुसैनाबाद निवासी आशीष गुप्ता को गिरफ्तार किया था, जो पटाखा बनाने का रॉ मेटेरियल कोलकाता से लाकर लीलावती देवी और महेंद्र मंडल को सप्लाई करता था. उसके घर से बरामद हुए 37 किलो मेपको एल्युमिनियम पाउडर भी वह कोलकाता से लाया था. विस्फोटक या पटाखे बनाने में इस पाउडर का उपयोग होता है. इस पाउडर की जांच के सिलसिले में भागलपुर पुलिस की एक टीम कोलकाता भी गई थी. यह पाउडर तमिलनाडु के शिवाकाशी की एक कंपनी बनाती है. आशीष ने अपने घर में बने तहखाने में इस पाउडर की खेप को छिपा कर रखा था.

ये भी पढ़ें: Bhagalpur Blast: पिता के जूते-चप्पल और चश्मा को सीने से लगाकर फफक पड़ी रजनी, कहा- इन्हें हमेशा अपने पास रखूंगी

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दो हुए थे गिरफ्तार, एक ने किया था सरेंडर: इस विस्फोट मामले की जांच में तीन डीएसपी, चार इंस्पेक्टर और पांच एसएचओ लगाए गए थे. एसआईटी में शामिल हर पुलिस पदाधिकारी को जांच में अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. डीआईजी सुजीत कुमार ने कुल 47 बिंदुओं पर जांच कर सबूत इकट्ठा करने का निर्देश दिया है. अपराध अनुसंधान विभाग की टीम भी जांच में पुलिस को सहयोग कर रही है. 3 मार्च की रात दिल दहला देने वाले बम ब्लास्ट में नवीन मंडल, आशीष गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मोहम्मद आजाद ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.


ब्लास्ट में 15 लोगों की गई थी जान: 3 मार्च की रात काजवलीचक में हुए भीषण ब्लास्ट में 6 घर ध्वस्त हुए थे और 15 लोगों की जान गई थी. पुलिस की अब तक की जांच में आया है कि पटाखा के विस्फोट से घटना घटी थी. लीलावती और महेंद्र के घर भारी मात्रा में पटाखा बना कर स्टॉक किया गया था. इसके अलावा बारूद भी था. कमरे में विस्फोट होने के कारण तबाही ज्यादा हुई थी. वारदात के बाद पुलिस ने अवैध विस्फोटक के धंधे का भागलपुर से लेकर कोलकाता तक का कनेक्शन खंगाला था.

पुलिस ने हुसैनाबाद निवासी आशीष गुप्ता को गिरफ्तार किया था, जो पटाखा बनाने का रॉ मेटेरियल कोलकाता से लाकर लीलावती देवी और महेंद्र मंडल को सप्लाई करता था. उसके घर से बरामद हुए 37 किलो मेपको एल्युमिनियम पाउडर भी वह कोलकाता से लाया था. विस्फोटक या पटाखे बनाने में इस पाउडर का उपयोग होता है. इस पाउडर की जांच के सिलसिले में भागलपुर पुलिस की एक टीम कोलकाता भी गई थी. यह पाउडर तमिलनाडु के शिवाकाशी की एक कंपनी बनाती है. आशीष ने अपने घर में बने तहखाने में इस पाउडर की खेप को छिपा कर रखा था.

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