भागलपुर: जिले के नाथनगर स्थित सिपाही प्रशिक्षण स्कूल सीटीएस में रविवार को बीएमपी और पटना के प्रशिक्षु सिपाहियों की पास आउट परेड हुई. इस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए डीआईजी विकास वैभव ने सिपाहियों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाने के बाद उनका हौंसला बढ़ाया.
डीआईजी ने दिलाई कर्तव्य निष्ठा की शपथ
रविवार को नाथनगर के सिपाही प्रशिक्षण स्कूल सीटीएस में 24 सितंबर 2018 को शामिल हुए, 982 प्रशिक्षु सिपाहियों की पास आउट परेड का आयोजन किया गया. इस परेड में बतौर मुख्य अतिथि डीआईजी विकास वैभव, एसएसपी आशीष भारती, सिटी एसपी एसके सरोज, सिटी डीएसपी राजवंश सिंह, सीटीएस प्राचार्य विजय प्रसाद के समक्ष सिपाहियों ने पास आउट परेड की. परेड के दौरान सिपाहियों ने कदमताल कर पुलिस अधिकारियों को सलामी दी.
'महत्वपूर्ण होता होता है ये दिन'
परेड की समाप्ती के बाद डीआईजी विकास वैभव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह दिन हर सिपाही के लिए काफी महत्वपूर्ण दिन होता है. उन्होंने कहा कि यहां ट्रेनिंग ले चुके सिपाही अब बिहार पुलिस में अपनी सेवा की शरूआत कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बीएमपी में दो प्लाटून और बाकी पटना जिला बल में अपना योगदान देंगी. उन्होंने सिपाहियों के लिए कहा कि आप जिस भूमिका में हैं. उसका दायित्व ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करें. अपने कर्तव्यों का अनुपालन और चिंतन करेंगे तो निश्चित रूप से बदलाव आएगा. एक पुलिसकर्मी के रूप में आप कहीं भी प्रतिनियुक्त होंगे तो आप बिना किसी भय के पीड़ित परिवार का सहयोग कर सकेंगे.
'बिहार पुलिस को गौरवान्वित करें'
डीआईजी ने कहा कि निस्वार्थ सेवा करेंगे तभी मन को तसल्ली मिलेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा ही एक ऐसी सेवा है, जिसमे आपके हर एक कृत्यों पर लोगो की नजर रहती है. अपने आप मे बड़ी चुनौती है कि किस तरह अच्छी पुलिसिंग करें. चुनौती कितनी भी बड़ी हो मन मे यदि ईमानदारी का भाव होगा. तो किसी भी प्रकार की चुनौती को आप पार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यहां से निकलकर बिहार पुलिस को गौरवान्वित करें. वहीं, एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि आप इस बात की गांठ बांध लें कि आपकी छवि ही सरकार के चरित्र का निर्धारण करेगी. आपके कार्य का असर सरकार और पुलिस विभाग की छवि पर पड़ेगा. इसलिए अपने कर्तव्यों का अनुपालन करते हुए ईमानदारी पूर्वक अपनी ड्यूटी निभाएं.
'तैयारी कर पुलिस अवर निरीक्षक बने प्रशिक्षु सिपाही'
पास आउट परेड कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन सीटीएस प्राचार्य विजय प्रसाद ने किया. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान चार प्रशिक्षु सिपाही तैयारी कर पुलिस अवर निरीक्षक की कोटि में शामिल हुए. जिसमें पटना जिला बल के नीतीश कुमार, मनीष कुमार,आशुतोष कुमार और मुकुंद मुरारी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान निर्धारित अवधि 30 दिनों तक प्रशिक्षण केंद्र से बाहर रहने के कारण कुल 32 प्रशिक्षु सिपाहियों को पैतृक जिला इकाई वापस किया गया. पटना जिले में अनुशासनहीनता के आरोप में संस्थान के कुल 84 प्रशिक्षु सिपाहियों को सेवामुक्त किया गया.
इनको मिला सम्मान
परेड के बाद कंपनी ए से एल तक के प्लाटून कमांडर नीरू सुब्बा, सुशांत कुमार पांडेय, रंधीर कुमार दास, अमरेंद्र कुमार मोहन, राकेश कुमार, राजेन्द्र कुमार शर्मा, राकेश कुमार, चंदन कुमार, चंदन कुमार गुप्ता, नागेंद्र कुमार, मुकेश्वर कुमार, मंटू कुमार सिंह प्रथम परेड समादेशक (बीएमपी) आशीष रंजन और द्वितीय परेड समादेशक मो जाहिद के अलावा अवकाश और सिक लीव नहीं लेने वाले प्रशिक्षु सिपाहियों में निर्भय कुमार, चंदन कुमार, पिंटू कुमार यादव, रूपेश पासवान, मुकेश कुमार, भीष्मराज कुमार, मो. आसिफ अनवर, शिव कुमार शर्मा, निशान टोली कमांडर आशुतोष कुमार को पटना जिला बल के अतिथियों के जरिए मेडल देकर सम्मानित किया गया. वहीं,उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिए तीन अनुदेशकों को भारत सरकार गृह मंत्री पदक के जरिए इंस्पेक्टर राजकुमार झा, अनुदेशक हवलदार राजकिशोर मंडल, बाह्य अनुदेशक हवलदार महेश नारायण चौधरी को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पुरष्कृत किया गया.