नई दिल्ली : वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर चिप की कमी के कारण कई क्षेत्रों की कंपनियों का उत्पादन या तो पूरी तरह ठप हो गया या फिर घट गया. आर्थिक समीक्षा 2021-22 में यह बात कही गई है. संसद में सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा (budget session economic survey) के अनुसार सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले विनिर्माण क्षेत्र के लिए 76,000 करोड़ रुपये चिह्नित करने के सरकार के निर्णय से देश में इनका उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी.
समीक्षा में कहा गया कि इस क्षेत्र के लिए सरकार ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था आपूर्ति श्रृंखलाओं की गंभीर बाधाओं के कारण सेमीकंडक्टर की भारी कमी का सामना कर रही है. समीक्षा में कहा गया, 'आपूर्ति में खड़ी बाधाओं में गंभीर दिक्कतों के कारण विभिन्न क्षेत्र की कंपनियों का उत्पादन या तो घट गया है या पूरी तरह से बंद हो गया है.'
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समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, उत्पादन से संबंधित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना समेत अन्य योजनाएं न केवल उद्योग को कोविड-19 महामारी की चुनौतियों से निपटने में मदद करेंगी बल्कि वैश्विक आपूर्ति बाधाओं से भी उबरने में सहायता देंगी. आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ने वाला उद्योग है और अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है.
(पीटीआई-भाषा)