पटना: बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी है. अबतक दर्जनों बच्चों की मौत हो चुकी है. ऐेसे में आरजेडी ने सरकार की मनसी पर सवाल उठाया है. भाई वीरेंद्र ने कहा है कि बच्चों की मौत सरकार की लापरवाही से हुई है.
AES से अब तक 52 बच्चों की मौत
बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस ने अपना पैर पसार लिया है. इस जानलेवा बीमारी में अब तक 52 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि कई बच्चे अभी भी इस बीमारी से जूझ रहे हैं.
विपक्ष ने सरकार पर खड़े किये सवाल
मुजफ्फरपुर की बात करें तो एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में भर्ती 52 बच्चों ने अब तक दम तोड़ दिया है. वहीं 24 बच्चों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी कर दी गई है. इस बीमारी से बच्चों की मौत को लेकर राजधानी में राजनीति भी गर्मा गई है. सरकार अपने बचाव में बयान दे रही है, लेकिन विपक्ष उन पर सवाल खड़ा कर रहा है.
'सरकार की लापरवाही से हुई मौत'
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पर कहा कि इसमें स्वास्थ्य विभाग की कोई लापरवाही नहीं है. लापरवाही सरकार कर रही है. सरकार की लापरवाही से ही इन बच्चों की मौत हुई है. इसलिए सरकार कटघरे में खड़ी है.
'सरकार को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं'
सरकार से जवाब मांगते हुए भाई वीरेंद्र ने पूछा है कि इतनी तादाद में बच्चों की मौत किस वजह से हुई है? मौत की जो भी वजह है उस पर सरकार ने रोकथाम क्यों नहीं किया? यह सिर्फ डिपार्टमेंट की ही जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि सरकार की भी जिम्मेदारी है. जनता सरकार को चुनती है कि हमारी जान-माल की रक्षा सरकार करे. लेकिन जान-माल की सुरक्षा में सरकार विफल रही है इसलिए सरकार को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
मामले पर केंद्र सरकार ने लिया संज्ञान
आपको बता दें कि बिहार में चमकी बुखार से बच्चों की मौत लगातार हो रही है. मामले पर केंद्र सरकार ने भी संज्ञान लिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम भी बिहार आने वाली है. मौत की बढ़ती तादाद को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार आने वाले थे लेकिन किसी कारणवश उनका दौरा रद्द हो गया है.