दरभंगा: मुजफ्फरपुर सहित बिहार के विभिन्न जिलों में चमकी बुखार से अब तक सैकड़ों बच्चों की मौत हो चुकी है. विपक्ष लगातार सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है. सरकार की विफलता सहित सात सूत्री मांग को लेकर आरजेडी ने धरना दिया है. बहादुरपुर विधानसभा के राजद विधायक भोला यादव की अध्यक्षता में दरभंगा समाहरणालय पर एकदिवसीय धरना दिया गया. इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
सरकार की कार्यशैली पर सवाल
धरना पर बैठे आंदोलनकारियों का कहना था कि सरकार की उदासीनता और प्रशासनिक विफलता के कारण सैकड़ों बच्चे चमकी बुखार से मर रहे हैं. ऐसे में राज्य के मुखिया को सुधि लेने की भी फुर्सत तक नहीं है. पिछले कई सालों से गर्मी के मौसम में इस अज्ञात बीमारी से सैकड़ों बच्चे मर जाते हैं. यदि सरकार ने पहले से इसके रोकथाम के लिये सोचा होता तो मरने वाले बच्चों की संख्या कम हो सकती थी.
अस्पताल की कुव्यवस्था से हो रही मौत
उन्होंने कहा कि इस बीमारी से गरीब के ही बच्चे सर्वाधिक शिकार हो रहे हैं. सही समय पर उनका इलाज नहीं हो पाता है. गांव, प्रखंड और अनुमंडल स्तर पर अस्पतालों की घोर कमी है. जिला स्तर के अस्पतालों में आईसीयू और इमरजेंसी सेवा की स्थिति ठीक नहीं है जिस कारण आए दिन बच्चों की मौत हो रही है.
आरजेडी का एकदिवसीय धरना
वहीं, राजद के विधायक भोला यादव ने कहा कि मुजफ्फरपुर सहित बिहार में कई बच्चे मस्तिक रोग से मर रहे हैं और इस अंधी-बहरी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है. इसके विरोध सहित दरभंगा में चल रहे पेयजल संकट, सूखा और बाढ़ की समस्या को लेकर आज हम लोगों ने धरना दिया हैं. विधायक ने कहा कि सरकारी आंकड़ा तो सिर्फ श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज से आ रहा है. बाकी प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ-साथ जो बच्चे गांव में मर रहे हैं उसका सरकार के पास कोई आंकड़ा नहीं है.
सरकार को चेतावनी
कुल मिलाकर देखा जाए तो केवल मुजफ्फरपुर जिला में 500 से अधिक बच्चों की मौत हुई है. वास्तव में यह बीमारी चारों तरफ फैली हुई है. राजद के विधायक भोला यादव ने कहा कि धरना के माध्यम से हम सरकार को आगाह करना चाहते हैं कि अगर जल्द ही सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.