रोहतास: जिले में पैथोलॉजी जांच के नाम पर जमकर फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है. ये पैथोलॉजी सेंटर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. ताजा मामला डेहरी ऑन सोन का है, जहां दो अलग-अलग पैथोलॉजी सेंटर ने एक युवक का अलग-अलग ब्लड ग्रुप बता दिया. मामला संज्ञान में आते ही हड़कंप मच गया.
फर्जी पैथोलैब का फर्जीवाड़ा
दरअसल डेहरी इलाके के कमरन गंज के रहने वाले वाले तुषार चंद तब सकते में आ गए जब उन्होंने अपना ब्लड ग्रुप चेक कराया. कॉलेज में एक फॉर्म भरने के लिए तुषार को ब्लड ग्रुप के रिपोर्ट की आवश्यकता थी. इन्होंने डेहरी के ही एनीकट स्थित एक मेडिकल शॉप में अपना ब्लड सैंपल दिया. जब उसका रिपोर्ट आया तो वह चौंक गए. तुषार जानते थे कि उनका ब्लड ग्रुप A पॉजिटिव है. लेकिन जो रिपोर्ट आया उसमें ब्लड ग्रुप O पॉजिटिव बताया जा रहा था. उन्होंने कहा कि वह बचपन से लेकर अब तक कई बार अपना रक्त जांच करा चुके हैं, लेकिन उनका ब्लड ग्रुप A पॉजिटिव बताया जाता है फिर जांच में O पॉजिटिव कैसे आया यह समझ से परे है.
दूसरे पैथोलॉजी सेंटर ने बताया A पॉजिटिव ब्लड ग्रुप
श्योरिटी के लिए तुषार ने जांच के लिए तीन बार अपना ब्लड का सैंपल और तीनों बार वही ब्लड ग्रुप बताया गया. परेशान होकर तुषार शहर के दूसरे पैथोलॉजी सेंटर गए और वहां अपनी जांच कराई. वहां जांच में ब्लड ग्रुप A पॉजिटिव आया तब जाकर तुषार को संतुष्टि हुई.
साल भर पहले यह लैब हो चुका है बंद
मामला संज्ञान में आने पर ईटीवी भारत की टीम ने जक्खी बीघा के कुमार पैथोलैब जांच घर की खोजबीन की. जांच के बाद पता चला कि इस नाम का कोई भी पैथोलैब जक्खी बीघा में नहीं है. कुमार पैथोलैब की जांच रिपोर्ट पर जो मोबाइल नंबर प्रिंट है उस नंबर पर फोन करने पर डेहरी के अनुमंडल अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग के कर्मचारी (लैब टेक्नीशियन) से बात होती है. वह बताते हैं कि साल भर पहले यह लैब बंद हो चुका है.
फर्जी पैथोलॉजी सेंटर चलाने वालों पर होगी कार्रवाई
इस संबंध में जब डेहरी एसडीएम लाल ज्योति नाथ शाहदेव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है. इससे पहले भी पैथोलॉजी सेंटर पर कार्रवाई की गई थी. मामला फिर संज्ञान में आया है. जल्द ही फर्जी पैथोलॉजी सेंटर चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.