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नीतीश कुमार का दावा- 2024 के लोकसभा चुनाव में 50 सीटों पर सिमट जाएगी BJP

पटना में प्रदेश जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई. जिसमें पार्टी की आगमी कार्य योजना को लेकर एजेंडा तय किया गया. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी सांप्रदायिक बिगाड़ने की कोशिश कर रही है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Sep 4, 2022, 10:39 AM IST

पटना: प्रदेश जदयू के राज्य कार्यकारिणी की बैठक (JDU State Executive Meeting) को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 50 सीटों पर सिमट जाएगी, अगर सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ें. मैं इसी अभियान में लगा हुआ हूं. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग प्रदेश में सांप्रदायिक और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य करेंगे. ऐसे में हम सभी को पंचायत स्तर तक पूरी सावधानी बरतनी है. अमित शाह के दौरे को लेकर कहा कि बिहार में माहौल बिगाड़ने आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें: लालू-नीतीश पर सम्राट चौधरी का तीखा हमला, कहा- 'दोनों ने मिलकर बिहार के पॉलिटिकल DNA को किया खराब'

विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश: बैठक में सीएम ने बीजेपी से अलग होने और महागठबंधन की सरकार बनाने पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि 2 दिन बाद हम दिल्ली जाएंगे और विपक्षी एकजुटता पर काम करेंगे. मुख्यमंत्री ने आरसीपी सिंह को लेकर कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष हमने बनाया, लेकिन पार्टी के विरोध में काम करने लगा. हमने कहां से कहां तक पहुंचाया कितना विश्वास किया, यह सब लोग जानते हैं. मणिपुर की घटना को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नैतिकता की बात करते हैं, लेकिन खुद क्या कर रहे हैं.

पीएम पद के उम्मीवारी को लेकर इंकार: पार्टी के सांसद संतोष कुशवाहा और कई विधायकों के साथ पार्टी के कई नेता ने नीतीश कुमार को पीएम पद के लिए योग्य बताते हुए उम्मीदवार बनाने की बात कही, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम पद के उम्मीदवार को लेकर अपनी दावेदारी से फिलहाल इनकार किया और कहा कि पद बहुत मायने नहीं रखता है. लेकिन विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे और सभी पार्टी अपने अपने राज्य में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे और जब सीटें आ जाएगी. उसके बाद फिर मिल बैठकर नेता का चुनाव किया जाएगा.

'षडयंत्र से विस चुनाव में सीटें कम': मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने आगे कहा कि हमारी सीटें 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के षडयंत्र से कम हो गयी. मैं स्वंय मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था, पर उनके आग्रह पर तैयार हो गया. शुरू से ही बिहार का विकास मेरी प्राथमिकता रही है. वर्ष-2005 में बिहार की सेवा करने का मौका मिलने के बाद से शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी हर क्षेत्र में कार्य किए गए. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े-अति पिछड़ा, अल्पसंख्यक वर्गों के कल्याण सहित सबके लिए कार्य हुआ.

'पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण': उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम बिहार में लागू साइकिल और पोशाक योजना का अनुकरण आज दूसरे राज्य भी कर रहे हैं. हमलोगों ने पंचायती राज संस्थाओं, नगर निकायों और प्राथमिक शिक्षकों की बहाली में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया. पुलिस की बहाली और अन्य सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. ग्रामीण महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से स्वयं सहायता समूह का गठन जीविका के नाम से हुआ, बाद में इस योजना को केन्द्र ने आजीविकाश के नाम से शुरू किया.

ललन सिंह का बीजेपी पर पलटवार: प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ ने कहा कि हमारी पार्टी तीन राज्यों में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल है, अगले वर्ष हम राष्ट्रीय पार्टी बन जायेंगे. भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्हांने कहा कि भाजपा ने मणिपुर में पुनः हमारे 5 विधायकों को तोडकर अपने चरित्र का परिचय दिया है. आने वाले समय में जदयू इसका माकूल जवाब देगी.

संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद उपेन्द्र कुशवाहा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा हमारे दल को लगातार तोड़ने का प्रयास करती रही है. वर्ष-2024 में जदयू उन्हें हासिये पर लाने का काम करेगी. पार्टी के प्रदेश महासचिव मृत्युंजय कुमार सिंह ने विगत वर्ष में पार्टी द्वारा किये गए कार्यों का प्रतिवेदन प्रदेश कार्यकारिणी के समक्ष रखा. प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने राजनैतिक प्रस्ताव को प्रस्तुत किया. जिसका समर्थन अनुसूचित जाती प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री, संतोष कुमार निराला ने किया.

यह है पार्टी की आगे की कार्य योजना: बैठक में बिहार के मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, राष्ट्रीय पदाधिकारीगण पूर्व सांसदगण, पूर्व विधायकगण सहित राज्य कार्यकारिणी के सभी सदस्यगण उपस्थित रहें. इसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की भी बैठक हुई और उसमें राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी भी शामिल हुए. 4 सितंबर को राष्ट्रीय परिषद की होने वाली बैठक के लिए एजेंडा तय हुआ है. मुख्य रूप से सदस्यता अभियान 50 लाख नए सदस्य बनाने पर पार्टी काम करेगी, उस पर कल मुहर लग सकता है. साथ ही सांगठनिक चुनाव पर भी मुहर लगेगा.

बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी शामिल नहीं थे. वशिष्ठ नारायण सिंह तो काफी समय से बीमार चल रहे हैं. वहीं केसी त्यागी को लेकर पार्टी नेताओं का कहना है कि वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें: 'मणिपुर के बाद बिहार में भी JDU के कई MLA होंगे BJP में शामिल', विजय सिन्हा का बड़ा दावा

पटना: प्रदेश जदयू के राज्य कार्यकारिणी की बैठक (JDU State Executive Meeting) को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 50 सीटों पर सिमट जाएगी, अगर सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ें. मैं इसी अभियान में लगा हुआ हूं. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग प्रदेश में सांप्रदायिक और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य करेंगे. ऐसे में हम सभी को पंचायत स्तर तक पूरी सावधानी बरतनी है. अमित शाह के दौरे को लेकर कहा कि बिहार में माहौल बिगाड़ने आ रहे हैं.

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विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश: बैठक में सीएम ने बीजेपी से अलग होने और महागठबंधन की सरकार बनाने पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि 2 दिन बाद हम दिल्ली जाएंगे और विपक्षी एकजुटता पर काम करेंगे. मुख्यमंत्री ने आरसीपी सिंह को लेकर कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष हमने बनाया, लेकिन पार्टी के विरोध में काम करने लगा. हमने कहां से कहां तक पहुंचाया कितना विश्वास किया, यह सब लोग जानते हैं. मणिपुर की घटना को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नैतिकता की बात करते हैं, लेकिन खुद क्या कर रहे हैं.

पीएम पद के उम्मीवारी को लेकर इंकार: पार्टी के सांसद संतोष कुशवाहा और कई विधायकों के साथ पार्टी के कई नेता ने नीतीश कुमार को पीएम पद के लिए योग्य बताते हुए उम्मीदवार बनाने की बात कही, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम पद के उम्मीदवार को लेकर अपनी दावेदारी से फिलहाल इनकार किया और कहा कि पद बहुत मायने नहीं रखता है. लेकिन विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे और सभी पार्टी अपने अपने राज्य में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे और जब सीटें आ जाएगी. उसके बाद फिर मिल बैठकर नेता का चुनाव किया जाएगा.

'षडयंत्र से विस चुनाव में सीटें कम': मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने आगे कहा कि हमारी सीटें 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के षडयंत्र से कम हो गयी. मैं स्वंय मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था, पर उनके आग्रह पर तैयार हो गया. शुरू से ही बिहार का विकास मेरी प्राथमिकता रही है. वर्ष-2005 में बिहार की सेवा करने का मौका मिलने के बाद से शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी हर क्षेत्र में कार्य किए गए. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े-अति पिछड़ा, अल्पसंख्यक वर्गों के कल्याण सहित सबके लिए कार्य हुआ.

'पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण': उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम बिहार में लागू साइकिल और पोशाक योजना का अनुकरण आज दूसरे राज्य भी कर रहे हैं. हमलोगों ने पंचायती राज संस्थाओं, नगर निकायों और प्राथमिक शिक्षकों की बहाली में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया. पुलिस की बहाली और अन्य सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. ग्रामीण महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से स्वयं सहायता समूह का गठन जीविका के नाम से हुआ, बाद में इस योजना को केन्द्र ने आजीविकाश के नाम से शुरू किया.

ललन सिंह का बीजेपी पर पलटवार: प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ ने कहा कि हमारी पार्टी तीन राज्यों में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल है, अगले वर्ष हम राष्ट्रीय पार्टी बन जायेंगे. भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्हांने कहा कि भाजपा ने मणिपुर में पुनः हमारे 5 विधायकों को तोडकर अपने चरित्र का परिचय दिया है. आने वाले समय में जदयू इसका माकूल जवाब देगी.

संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद उपेन्द्र कुशवाहा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा हमारे दल को लगातार तोड़ने का प्रयास करती रही है. वर्ष-2024 में जदयू उन्हें हासिये पर लाने का काम करेगी. पार्टी के प्रदेश महासचिव मृत्युंजय कुमार सिंह ने विगत वर्ष में पार्टी द्वारा किये गए कार्यों का प्रतिवेदन प्रदेश कार्यकारिणी के समक्ष रखा. प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने राजनैतिक प्रस्ताव को प्रस्तुत किया. जिसका समर्थन अनुसूचित जाती प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री, संतोष कुमार निराला ने किया.

यह है पार्टी की आगे की कार्य योजना: बैठक में बिहार के मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, राष्ट्रीय पदाधिकारीगण पूर्व सांसदगण, पूर्व विधायकगण सहित राज्य कार्यकारिणी के सभी सदस्यगण उपस्थित रहें. इसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की भी बैठक हुई और उसमें राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी भी शामिल हुए. 4 सितंबर को राष्ट्रीय परिषद की होने वाली बैठक के लिए एजेंडा तय हुआ है. मुख्य रूप से सदस्यता अभियान 50 लाख नए सदस्य बनाने पर पार्टी काम करेगी, उस पर कल मुहर लग सकता है. साथ ही सांगठनिक चुनाव पर भी मुहर लगेगा.

बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी शामिल नहीं थे. वशिष्ठ नारायण सिंह तो काफी समय से बीमार चल रहे हैं. वहीं केसी त्यागी को लेकर पार्टी नेताओं का कहना है कि वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होंगे.

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